सरगुजा

राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा जनजाति को पोषण आहार नहीं, आंगनबाड़ी केंद्र कागजों में!
22-Nov-2025 9:02 PM
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा जनजाति को पोषण आहार नहीं, आंगनबाड़ी केंद्र कागजों में!

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 22 नवंबर। सरगुजा जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं, लेकिन लखनपुर विकासखंड के ग्राम रेमहला स्थित राईभवना आंगनबाड़ी केंद्र में परिस्थितियां अलग दिखाई देती हैं। यहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा जनजाति की गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पोषण आहार समय पर नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र ज्यादातर दिनों में खुला नहीं मिलता और पोषण आहार का वितरण केवल कागज़ों में दर्शाया जाता है।

आंगनबाड़ी संचालन में व्यवधान

राईभवना आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता पूजा यादव और सहायिका अनुराधा लकड़ा पदस्थ हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कार्यकर्ता अपने मायके में रहने के कारण केंद्र का संचालन नियमित रूप से नहीं हो पा रहा है। सहायिका को परियोजना अधिकारी द्वारा भूरकुड़वा आंगनबाड़ी केंद्र में मौखिक रूप से अटैच किए जाने की वजह से यहां कई दिनों तक केंद्र बंद रहता है।

इस कारण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गर्म भोजन, रेडी-टू-ईट और पोषण आहार समय पर नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे विशेष आरक्षित जनजाति के बच्चे कुपोषण की स्थिति में पहुंच रहे हैं।

केंद्र के रिकॉर्ड में दर्ज बच्चे

राईभवना आंगनबाड़ी केंद्र के अंतर्गत पहाड़ी कोरवा जनजाति के 06 माह से 03 वर्ष तक के दो बच्चे तथा 03 वर्ष से 06 वर्ष तक का एक बच्चा गंभीर कुपोषित दर्ज हैं।

इस संबंध में सुपरवाइजर अनीता क्रस से फोन पर संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि वे अंबिकापुर में हैं और बाहर जा रही हैं। केंद्र के नियमित संचालन से संबंधित प्रश्नों पर उन्होंने टिप्पणी करने से मना किया और कहा कि वे सोमवार को लौटकर बात करेंगी।

आंगनबाड़ी सहायिका अनुराधा लकड़ा ने बताया कि कार्यकर्ता पूजा यादव अपने मायके ग्राम बकमेर से आती-जाती हैं। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले केंद्र को उन्होंने खोला था, पर उन्हें भूरकुड़वा आंगनबाड़ी केंद्र में अटैच कर दिया गया है। सहायिका ने स्वीकार किया कि केंद्र के संचालन में व्यवधान के कारण पोषण आहार वितरण प्रभावित हुआ है।

इस संबंध में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी असीम शुक्ला ने कहा कि वे बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं, पर उन्होंने बताया कि वे पूरे मामले की जांच कराएंगे।


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