सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 20 नवंबर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सरगुजा जिले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का आगमन सम्मान और गर्व का विषय है। उन्होंने राष्ट्रपति के आगमन का स्वागत करते हुए आदिवासी समुदाय से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
श्री भगत ने कहा कि राष्ट्रपति स्वयं आदिवासी समाज से आती हैं, इसलिए वे समुदाय की पीड़ा और चुनौतियों को समझती हैं। उनके अनुसार बस्तर से लेकर सरगुजा तक बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई, भूमि क्षरण और प्राकृतिक संसाधनों में कमी का आदिवासी समाज पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जल-जंगल-ज़मीन पर बढ़ते दबाव के कारण कई आदिवासी परिवारों में पलायन की स्थिति बन रही है, जिससे उनकी सांस्कृतिक पहचान और आजीविका पर असर पड़ रहा है।
अमरजीत भगत ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वे इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आदिवासी समुदाय के अधिकारों, संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और स्थानीय स्तर पर रोजगार को मजबूत करने के लिए ठोस कदमों की दिशा में मार्गदर्शन दें।
श्री भगत ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति के आगमन से प्रदेशवासियों में नई ऊर्जा और प्रेरणा उत्पन्न होगी।


