सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,19 नवम्बर। राज्य शासन के निर्देशानुसार सरगुजा संभाग में जनजातीय गौरव दिवस 2025 के उपलक्ष्य में शहीद वीर नारायण सिंह स्मृति आदिवासी लोक कला महोत्सव 2025 का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम में संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा अंबिकापुर के कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र लाकपाले निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में शामिल हुए।
कुलपति प्रो. लाकपाले ने आदिवासी लोक कला की विभिन्न विधाओं, पारंपरिक नृत्य, लोकगीत, वाद्य प्रस्तुति एवं सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का निरीक्षण और मूल्यांकन किया। उन्होंने प्रतिभागियों की कला, मेहनत और सांस्कृतिक लगन की सराहना करते हुए कहा कि जनजातीय परंपराएं प्रदेश की असली धरोहर हैं, जिनका संरक्षण अत्यंत आवश्यक है।महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, वनवासी कल्याण आश्रम के प्रतिनिधि जिला प्रशासन के अधिकारीगण की उपस्थिति में गरिमामय आयोजन संपन्न हुआ।
जनजातीय सांस्कृतिक विरासत का उत्सव कार्यक्रम में जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक विविधता को जीवंत प्रदर्शन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान और जनजातीय समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को श्रद्धापूर्वक नमन किया गया। महोत्सव से संबंधित जानकारी विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार, सहायक प्राध्यापक (फार्मेसी विभाग) द्वारा दी गई।


