सरगुजा
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
अंबिकापुर, 25 अक्टूबर। नहाय- खाय के साथ सूर्य उपासना का पर्व छठ आरंभ हो गया है। व्रती महिलाओं ने शनिवार को स्नान ध्यान कर सात्विक भोजन किया है। इसके साथ ही अब व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के घर में पूरे चार दिन महोत्सव की तरह माहौल रहेगा। घरों में सात्विक भोजन ही बनेगा। नगर के प्रमुख छठ घाटों में तैयारी भी लगभग पूरी हो गई है।
मां महामाया छठ सेवा समिति ने शंकर घाट में तैयारी पूरी कर ली है। आकर्षक ढंग से घाट को सजाया गया है। उधर शहर से आठ किलोमीटर दूर घुनघुट्टा नदी तट पर श्याम घुनघुट्टा छठ सेवा समिति ने तैयारी को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। घाटों में तैयारी के साथ घर-घर पकवान भी बन रहे हैं। बाजार में पूजन सामग्रियों की खरीदारी भी तेज हो गई है।
इस बार घुनघुट्टा नदी तट पर 30 हजार से अधिक लोगों के लिए पूजा पाठ के लिए व्यवस्था की गई है। उनके लिए वहां पार्किंग, लाइट व साफ सफाई की सारी व्यवस्था समिति के द्वारा कर दी गई है। पर्याप्त मात्रा में प्रकाश के लिए है हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की गई है। समिति के संरक्षक राकेश गुप्ता तथा ने सभी छठ व्रती माताओं बहनो से घुनघुट्टा नदी में आकर छठ पर्व करने का निवेदन किया है।
आज घाट बंधान और खीर भोज
मां महामाया छठ सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सोनी ने बताया कि रविवार को घाट बंधान और खीर भोज होगा। महिलाएं परिवार सहित दोपहर दो बजे के बाद घाट बंधान के लिए पहुंचेंगे। स्नान कर अर्घ्य देंगे। इसके बाद घरों में खीर भोज होगा। आम की लकड़ी को जलाकर खीर तैयार किया जाएगा। प्रसाद के रूप में परिवार के साथ सभी बंधु बांधव ग्रहण करेंगे। खीर भोज को खरना भी कहा जाता है।


