सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,18 अक्टूबर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा राजेश कुमार अग्रवाल की मौजूदगी में शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबिकापुर में साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लों एवं नगर पुलिस अधीक्षक राहुल बंसल ने छात्र-छात्राओं को जागरूक करने हेतु विभिन्न प्रकार के साइबर ठगी एवं उनके रोकथाम पर चर्चा कर आवश्यक जानकारी दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा राजेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि समय समय पर सरगुजा पुलिस द्वारा छात्र छात्राओं एवं नागरिको कों जागरूक करने विभिन्न तरीके के उपयोगी जानकारियों से अवगत कराया जाता है, साइबर अपराध की घटनाओं में कमी लाने लोगों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है, ठगों द्वारा लोगो को कई प्रकार के झांसे देकर साइबर ठगी की घटना कारित की जा रही हैं, नागरिकों की थोड़ी से सावधानी ऐसे साइबर अपराधों से बचाव मे सहायक सिद्ध हो सकती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने क्कह्ररुढ्ढष्टश्व द्मद्ग4 2शह्म्स्र के बारे मे विस्तार पूर्वक छात्र छात्राओं को जानकारी प्रदान की गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि साइबर क्राइम 02 शब्दों से मिलकर बना है पहला साइबर और दूसरा क्राइम, जिसमे मोबाइल और इंटरनेट के माध्यम से होने वाले अपराध मुख्य होते है, ठगी करने वाला व्यक्ति कई किलोमीटर दूर रहकर आपको किसी बहाने से झांसे मे लेकर ओटीपी प्राप्त कर आपके मोबाइल को कंट्रोल कर सकता है, खाते से रुपये की ठगी कारित कर सकता है, सोशल मीडिया से भी कई प्रकार के अपराध घटित हो रहे है, फेक प्रोफाइल, सैक्स्टॉर्शन जैसे मामलो मे नागरिकों को एवं छात्र छात्राओं को जागरूक रहने की आवश्यकता है, सरगुजा पुलिस द्वारा जागरूकता लाने हेतु ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित किये जा रहे है।
नगर पुलिस अधीक्षक अंबिकापुर ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में कई प्रकार के साइबर फ्रॉड हो रहे हैं सबसे पहले तो सबको यह जानना जरूरी है कि यह साइबर फ्रॉड कैसे हो रहे हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है, लगभग सभी घरों मे लोगो के पास मोबाइल मौजूद है, और सभी घरों मे माता पिता या परिजनों का बैंक खाता अवश्य रहता है, और लगभग सभी व्यक्तियों का मोबाइल नंबर उनके बैंक खाता से लिंक होता है और मोबाइल के माध्यम से बैंक खाता को ऑपरेट किया जाता है, ऑनलाइन माध्यम से जब चाहे और जिसे चाहे उसे ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है, अब ऐसी कई टेक्नोलॉजी आ गई है जिसकी जानकारी सभी को पूर्ण रूप से पता नहीं रहती है वर्तमान समय मे बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग का शौक होता है, ऑनलाइन गेमिंग खेलते वक्त अनजाने में कई ऐसे लिंक क्लिक हो जाते हैं जिससे नासमझी में खाते से पैसे कट जाता है ऐसी स्थिति में सबसे पहले कहां संपर्क किया जाए और किसी घटना की जानकारी दी जाए यह सबसे पहली व्यथा होती है, इस स्थिति में आमनागरिक साइबर सम्बन्धी हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क कर साइबर सम्बन्धी परेशानियों को दर्ज कराये, अन्य किसी प्रकार की समस्या या परेशानी में डायल 112 एक्के नंबर सब्बो बार का उपयोग करें, इस कार्यक्रम से प्राप्त जानकारी को छात्र छात्राएं अपने माता-पिता एवं परिजनों को जाकर बताये और उन्हें भी यह जानकारी प्रदान कर जागरूक करें, सभी नागरिकों छात्र-छात्राओं एवं निकट परिजनों को सतर्क करना है किसी भी प्रकार की साइबर संबंधी फ्रॉड हो तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन पर संपर्क कर घटना की सूचना और रिपोर्ट दर्ज कराये।
कार्यक्रम में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबिकापुर से सुनीता दास, तथा शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से व्याख्याता शैलेंद्र सिंह सेंगर, रीना रानी सहाय, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश एक्का, व्याख्याता संतोष साहू, दीपक जैन सहित अन्य शिक्षकगण एवं साइबर सेल से आरक्षक विशेषज्ञ अनुज जायसवाल, पुलिस मितान एवं साइबर वॉलेंटियर टीम के सदस्य अतुल गुप्ता, विक्की गुप्ता, श्रुति तिवारी, अनमोल बारी एवं करीब 900 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।


