सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 14 अक्टूबर। लूट व अपहरण की घटना निकली झूठी। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि देर हो जाने पर घरवालों की नाराजगी के डर से उसने झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मोटरसाइकिल और बैग बरामद कर लिए हैं।
ज्ञात हो कि 6 अक्टूबर को थाना सीतापुर क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग बालक ने अपने घर लौटने पर परिजनों को बताया कि ट्यूशन से लौटते समय छह लोगों ने उसकी मोटरसाइकिल लूट ली और उसे पिकअप से अपहरण कर जंगल में छोड़ दिया। परिजनों की रिपोर्ट पर थाना सीतापुर में अपराध दर्ज किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा राजेश कुमार अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और पूछताछ के आधार पर जांच की। फुटेज से पता चला कि जिस पिकअप वाहन की पहचान बालक ने की थी, वह घटना के समय सीतापुर-अंबिकापुर से होते हुए ओडिशा की ओर जा रहा था और रास्ते में कहीं नहीं रुका।
पुलिस पूछताछ के दौरान बालक बार-बार अलग-अलग बयान दे रहा था। अंतत: परिजनों के समक्ष पूछताछ करने पर उसने बताया कि एक माह पहले किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे फोन कर 64 लाख रुपये की लॉटरी जीतने का झांसा दिया था। घटना के चार दिन पहले भी उसी व्यक्ति ने उसे धरमजयगढ़ बुलाया था। वहां पहुंचने पर फोन बंद मिला। देर हो जाने पर घरवालों की नाराजगी के डर से उसने झूठी कहानी गढ़ी।
बालक ने मोटरसाइकिल और स्कूल बैग पत्थलगांव मार्ग पर एक किराना दुकान के पास छोड़ दिए थे और बाद में लूट और अपहरण की झूठी सूचना दी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मोटरसाइकिल और बैग बरामद कर लिए हैं।


