सरगुजा

जांच कमेटी गैर राजनीतिक मुद्दे को राजनीतिक बनाने का कर रही है प्रयास-सिंहदेव
12-Sep-2025 10:40 PM
जांच कमेटी गैर राजनीतिक मुद्दे को राजनीतिक बनाने का कर रही है प्रयास-सिंहदेव

 कहा अगर मेरा नाम ही लेना है तो यह भी बताएं कि मेरे विधायक रहते पेड़ की एक डंगाल तक नहीं कटा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर,12 सितंबर। पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने एक बयान जारी कर कहा कि रामगढ़ पर्वत के लिए भाजपा जांच कमेटी जिम्मेदार लोगों की है, सबका एक लंबा राजनीतिक अनुभव है। इसमें 2 लोग सरगुजा जिले से हैं। जांच कमेटी के सभी लोगों से कल मोबाईल पर चर्चा की थी। मैं इस मामले को राजनीतिक रंग देने के बजाय पूरी तरह गैर राजनीतिक पहल कर रहा हूँ, इसी उद्देश्य से मैंने भाजपा के द्वारा गठित जांच कमेटी के सदस्यों से उनके जांच के पहले संपर्क कर सरगुजा की जनभावनाओं का ख्याल रखने का निवेदन किया था। लेकिन जांच कमेटी के सदस्यों और भाजपा के अन्य नेताओं के इस बयान पर की केंते एक्सटेंशन खदान की कलेक्टर से अनुमति 2020 में हुई थी, उस समय कांग्रेस की सरकार थी और टी एस सिंहदेव कैबिनेट मंत्री थे , ऐसा कह जांच कमेटी ने इस गैर राजनीतिक मुद्दे को राजनीतिक बनाने का प्रयास किया है। जांच समिति के सदस्यों को अगर मेरा नाम ही लेना है तो यह भी बताएं कि मेरे विधायक रहते और मेरे विरोध के बाद इस क्षेत्र में पेड़ की एक डंगाल तक नहीं कटा, जबकि मेरे चुनाव हारते प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आते 5 दिनों के अंदर जंगल काटने लगे, भाजपा के लोगों को यह भी बताना चाहिए कि मेरे कार्यकाल में ही इस क्षेत्र में नये खदान का प्रस्ताव निरस्त हुआ।

भाजपा के लोगों को यह भी बताना चाहिए कि रामगढ पर्वत के संरक्षण और क्षेत्र के पर्यावरण को बचाने के प्रयास में मेरे ही कार्यकाल में छत्तीसगढ़ की विधानसभा ने केंते एक्सटेंशन खदान को निरस्त करने का संकल्प पारित किया गया। अगर से जिस चीज की अपेक्षा नहीं थी वो उन्होंने किया। जांच दल के सदस्य अखिलेश सोनी के बयान में रामगढ़ को बचाने की पहल करने की बात का उन्होंने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ये सरगुजा की जनभावनाओं से जुड़ा गैर राजनीतिक मुद्दा है। अगर गलत सर्वे के आधार पर खदान को चालू करने का अनापत्ति पूर्व या वर्तमान के किसी अधिकारी ने दिया है तो उन सभी के खिलाफ करवाई होनी चाहिए।

श्री सिंह देव ने कहा कि वर्ष 2009 में केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र के विशेष पर्यावरणीय महत्व को ध्यान में रखते हुए इसे नो गो एरिया घोषित कर दिया था। लेकिन 2010 में छत्तीसगढ़ में रमण सिंह की भाजपा सरकार के विशेष अनुरोध पर मात्र एक खदान खोलने की अनुमति दी गई थी लेकिन भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद आज तीसरी खदान केंते एक्सटेंशन का रास्ता साफ किया जा रहा है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने यह भी कहा है कि 2022 में जब केंते एक्सटेंशन परियोजना के विरुद्ध छत्तीसगढ़ विधानसभा में सर्वसम्मति से संकल्प पारित किया गया था तब शिवरतन शर्मा जो भाजपा जाँच दल के सदस्य हैं बतौर विधायक छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य थे। तब केंते एक्सटेंशन प्रोजेक्ट को निरस्त करने के संकल्प पर हस्ताक्षर करने वाले शिवरतन शर्मा आज किसके प्रभाव में इस खदान की वकालत कर रहे हैं।


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