सरगुजा
सास ने फर्श पर कराया असुरक्षित प्रसव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भटगांव,11 अगस्त। सूरजपुर जिला के भटगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए आई महिला 4 घंटे तक दर्द से तड़पती रही। महिला के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में नर्स और ड्यूटी डॉक्टर नहीं थे, मजबूरन सास ने फर्श पर असुरक्षित तरीके से प्रसव करवाया। प्रसव के दौरान फर्श पर खून फैल गया, जिसे परिजनों ने ही साफ किया। नवजात शिशु को प्री-मैच्योर बताया गया है। मामला सामने आने पर सीएमएचओ कपिल देव पैकरा ने जांच टीम गठित कर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
जानकारी के मुताबिक भैयाथान ब्लॉक के ग्राम असना ढोढ़ी की रहने वाली कुंती बाई (30) को शनिवार को प्रसव पीड़ा होने लगी। कुंती बाई के परिजनों ने गांव की मितानिन से संपर्क किया। पता चला कि वह रायपुर में है। मितानिन ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भटगांव जाने की सलाह दी।
सास इंजोरिया बाई बहू को लेकर भटगांव अस्पताल लेकर पहुंचीं। अस्पताल में उसे डिलीवरी रूम में भेज दिया गया। प्रसव विभाग में जिस नर्स की ड्यूटी लगी थी, वह बिना पूर्व सूचना के गायब थी। उसका फोन बंद मिला। ड्यूटी डॉक्टर शीला सोरेन का भी फोन बंद मिला।
अस्पताल में डॉक्टर और नर्स के नहीं होने के कारण प्रसूता कुंती बाई 4 घंटे तक दर्द से तड़पती रही। चार घंटे बाद उसने हॉस्पिटल के फर्श पर ही नवजात को जन्म दिया। उसकी सास इंजोरिया ने प्रसूता की मदद करते हुए प्रसव कराया। फिर बच्चे को फर्श से उठाकर बेड पर रखा।
परिजन ने साफ किया फर्श पर फैला खून
महिला के साथ गए परिजनों ने बताया कि प्रसव के दौरान अस्पताल के फर्श पर खून फैल गया था,जिसे सास इंजोरिया बाई से साफ कराया गया। करीब 4 घंटे बाद दूसरी ड्यूटी डॉक्टर साक्षी सोनी पहुंची। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मुझे किसी ने सूचना नहीं दी।


