सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर,11 अगस्त। संयुक्त आदिवासी समाज ब्लॉक इकाई उदयपुर के तत्वावधान में विश्व आदिवासी/मूलनिवासी दिवस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विजय सिंह कोर्राम ने की। आयोजन में गोंडवाना महासभा, कंवर समाज, रविदास समाज, उरांव (कुड़ुख) समाज, मंझवार समाज, अजाक्स, पंडो समाज और बिन्झिया समाज सहित कई सामाजिक संगठनों ने संयुक्त रूप से भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत अमर शहीद वीर नारायण सिंह चौक पर पूजा-अर्चना के बाद आक्रोश रैली से हुई। रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए, जिन्होंने राज्यों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति पर हो रहे शोषण और अत्याचार के दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की। यह जुलूस शहीद वीर नारायण सिंह चौक से होते हुए डॉ. भीमराव अंबेडकर चौक से रामगढ़ नाट्य शाला तक पहुंचा, जहां बौद्धिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बौद्धिक सत्र में सभी अतिथियों और सामाजिक पदाधिकारियों ने मूलनिवासी महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किए। अनिल टोप्पो ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया। मुख्य वक्ताओं में विजय सिंह कोर्राम, देवसिंह करियाम,पी. आर. तिर्की, ओमप्रकाश पैकरा, बी. बी. राम और डॉ. नार्वेन कासव टेकाम शामिल रहे, जिन्होंने आदिवासी संस्कृति, सामाजिक एकता, जल-जंगल-जमीन और आर्थिक सशक्तिकरण पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समाज की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा करते हुए राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार उदयपुर को सौंपा गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में करमा, शैला, बायर, सुवा नृत्य सहित 20 से अधिक सामूहिक नृत्य प्रस्तुतियां हुईं। आयोजन समिति ने सभी कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया। ब्लॉक स्तर पर 10वीं और 12वीं कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन नवल सिंह वरकड़े और अनिल टोप्पो ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर सरपंच संघ के अध्यक्ष प्रदीप मरकाम, आयोजन समिति के अध्यक्ष विजय सिंह कोर्राम, उपाध्यक्ष अनिल टोप्पो, सचिव श्रवण सिंह वरकड़े, कोषाध्यक्ष योगेंद्र पैकरा, सह-सचिव भुनेश्वर पैकरा, सह-कोषाध्यक्ष देवलोचन उइके, संरक्षक नवल वरकड़े सहित, सरपंच गण, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्यद्वय सहित हजारों की संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।


