सरगुजा

बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति की बैठक, शैलेश सिंह बने अध्यक्ष
09-Aug-2025 11:05 PM
बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति  की बैठक, शैलेश सिंह बने अध्यक्ष

गणपति धाम में होगी भव्य महाआरती और सामूहिक विसर्जन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 9 अगस्त। स्थानीय विश्राम गृह अंबिकापुर में बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें आगामी गणेश पूजन पर्व 2025 की विस्तृत रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई। एवं सर्वसम्मति से पार्षद श्री शैलेश कुमार सिंह (शैलू) को समिति का अध्यक्ष घोषित किया गया। इसके साथ ही उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, कोषाध्यक्ष, निर्णायक समिति, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मंच संचालन, मीडिया, प्रचार-प्रसार, सोशल मीडिया, महिला संयोजिका तथा गणपति धाम व्यवस्था सहित सभी कार्यों हेतु समितियों का गठन किया गया तथा जि़म्मेदारियाँ सौंपी गईं।

गणेश पूजन पर्व का शुभारंभ 27 अगस्त से होगा, जो 6 सितंबर (अनंत चतुर्दशी) तक चलेगा। पर्व का समापन शहर के घड़ी चौक पर आयोजित सामूहिक विसर्जन कार्यक्रम से होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में शहर भर के सभी गणपति पंडाल एकत्रित होकर एक साथ भगवान गणेश का पूजन, चरण वंदन तथा विसर्जन करेंगे।

समिति ने इस वर्ष गणेश उत्सव को अधिक व्यवस्थित और भव्य स्वरूप देने हेतु पंडालों को दो वर्गों में - वरिष्ठ और कनिष्ठ  विभाजित किया है। इन वर्गों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ पंडाल, सज्जा, और स्वच्छता के लिए अलग-अलग पुरस्कार दिए जाएंगे। एवं सबसे प्रमुख प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गणपति धाम में भव्य महाआरती का निर्णायक मंडल द्वारा इन मानकों पर मूल्यांकन किया जाएगा।

बैठक में समिति के संरक्षक भारत सिंह सिसोदिया और अध्यक्ष शैलेश सिंह शैलू ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक बनेगा। गणपति धाम, हाथी पखना में भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा की स्थापना तथा मंदिर निर्माण कार्य भी तीव्र गति से जारी है। समिति द्वारा मिट्टी वितरण की परंपरा इस वर्ष भी निभाई जाएगी, जिसमें गणपति धाम की पवित्र मिट्टी विभिन्न पंडालों में वितरित की जाएगी।

गणपति धाम की विशेषता यह है कि यहाँ स्वयंभू गणपति की आकृति महामाया पहाड़ पर प्रकट हुई है, जिससे इस स्थान को विशेष धार्मिक महत्व प्राप्त हुआ है। साथ ही, हाथी पखना क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि भी इस स्थल को विशिष्ट बनाती है।बाल गंगाधर तिलक गणपति स्थापना समिति ने लोकमान्य तिलक की प्रेरणा से यह प्रयास आरंभ किया था, जिसका उद्देश्य न केवल भक्ति का विस्तार करना है, बल्कि समाज में एकता, पर्यावरण जागरूकता और सांस्कृतिक मूल्यों को भी स्थापित करना है। समिति का यह आयोजन आने वाले वर्षों में अंबिकापुर को एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

बैठक में निलेश सिंह,  गोल्डी बिहाड़े,  हरमिंदर सिंह टिन्नी , विनोद हर्ष , सोमनाथ सिंह, अरुणा सिंह , रूपेश दुबे, दूधनाथ गोस्वामी , मधुसूदन शुक्ला , विजय सोनी ,संजय सिंह,  जितेंद्र सोनी अनीश सिंह शरद सिन्हा, सिद्धार्थ मिश्रा शुभम जायसवाल , कृष्ण कुमार शर्मा , धनंजय मिश्रा , मैंगो यादव , सिंधु सोनी , भूरा सिंह , गोलू गोस्वामी , त्रिलोचन राजवाड़े , अजय सिंह अंशुल श्रीवास्तव नितिन गुप्ता, अभिषेक श्रीवास्तव, संजय सिंह,  नवजोत सिंह, प्रिया सिंह, शालिनी सिंह, दिव्यांशु केसरी श्रीधर केसरी दीपक यादव अभिषेक श्रीवास्तव शशिकांत जयसवाल , धीरेंद्र शर्मा, आलोक दुबे सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।


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