सरगुजा

पालक-शिक्षक संवाद सम्मेलन
07-Aug-2025 9:59 PM
पालक-शिक्षक संवाद सम्मेलन

अंबिकापुर,7 अगस्त। स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी विद्यालय, केशवपुर में 6 अगस्त को एक भव्य पालक-शिक्षक संवाद सम्मेलन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की गरिमामयी अध्यक्षता करते हुए निरीक्षक डॉ. उषा भगत ने कहा कि विद्यालय केवल शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि समाज परिवर्तन की प्रयोगशाला है। उन्होंने शासन की योजनाओं — दीक्षा ऐप, ई-पिटारा, बस्ता रहित शनिवार, स्वास्थ्य परीक्षण, छात्रवृत्तियाँ और नि:शुल्क गणवेश व पाठ्यपुस्तकों की जानकारी देते हुए पालकों से आह्वान किया कि वे घर पर भी बच्चों को डिजिटल संसाधनों से जोड़ें। उन्होंने विद्यार्थियों की सहभागिता को बढ़ावा देने हेतु ‘बच्चा बोलेगा बेझिझक’ जैसी बातों पर प्रकाश डाला और विद्यालयीन अनुशासन व स्वच्छता को विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास से जोड़ा।

प्राचार्य संतोष कुमार साहू ने अपने विस्तृत, प्रेरणाप्रद व विचारोत्तेजक उद्बोधन में कहा कि विद्यालय केवल शिक्षण का केंद्र नहीं, अपितु मूल्य-स्थापना का तीर्थ है। उन्होंने कहा कि जब तक पालक और शिक्षक दोनों मिलकर एक दिशा में प्रयास नहीं करते, तब तक विद्यार्थी का चहुंमुखी विकास संभव नहीं।

उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे घर में अध्ययन के लिए एक निश्चित, शांत एवं प्रेरणादायी स्थान सुनिश्चित करें, जहाँ बालक ध्यानपूर्वक अध्ययन कर सके। साथ ही, प्रतिदिन बालकों से संवाद कर यह जानना आवश्यक है कि उन्होंने विद्यालय में क्या सीखा — यह सरल क्रिया विद्यार्थियों में आत्मविश्लेषण, संवाद-कौशल और उत्तरदायित्व की भावना का विकास करती है।

प्राचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि अंकों की दौड़ में बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालना उनकी सृजनशीलता को बाधित करता है। हमें बच्चों को उनके रुचि क्षेत्रों में बढ़ावा देना चाहिए, जिससे वे केवल अच्छे विद्यार्थी नहीं, सजग नागरिक बन सकें। उन्होंने शासन की छात्रवृत्ति, मध्यान्ह भोजन - मिड-डे मील गुणवत्ता, पोषण अभियान तथा अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी साझा करते हुए पालकों से अपील की कि वे विद्यालय के इन प्रयासों में सहभागी बनें और संवाद को अपनी जिम्मेदारी मानें।


अन्य पोस्ट