सरगुजा

अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन जन भावना ही नहीं सामाजिक, आर्थिक राजनीतिक व अन्य कारणों से भी लाभकारी- वीरेंद्र पांडेय
07-Aug-2025 9:57 PM
अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन जन भावना ही नहीं सामाजिक, आर्थिक राजनीतिक व अन्य कारणों से भी लाभकारी- वीरेंद्र पांडेय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

अंबिकापुर, 7 अगस्त। पूर्व वित्त आयोग अध्यक्ष वीरेंद्र पांडे एकदिवसीय दौरे पर सरगुजा पहुंचे। सरगुजा रेल संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने अंबिकापुर-रेणुकूट रेल मार्ग को केंद्र सरकार के आगामी बजट में शामिल करने की पुरज़ोर मांग की।

वीरेंद्र पांडे ने कहा,सरगुजा वासियों की यह वर्षों पुरानी मांग है कि अंबिकापुर को रेणुकूट से रेल मार्ग द्वारा जोड़ा जाए। इस परियोजना के शुरू होने से क्षेत्र को चिकित्सा, शिक्षा, व्यापार और परिवहन के क्षेत्र में व्यापक लाभ मिलेगा।

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इस प्रस्तावित मार्ग पर कई कोल माइंस स्थित हैं, जिससे राज्य और केंद्र सरकार को राजस्व का बड़ा स्रोत प्राप्त हो सकता है। पांडे ने बताया कि 2024 के विधानसभा सत्र में इस परियोजना को सर्वसम्मति से पारित किया गया था, बावजूद इसके अब तक यह अधर में लटकी हुई है।

पूर्व वित्त आयोग अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं ताकि इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना को इस बार के केंद्रीय बजट में स्थान मिल सके। उन्होंने कहा कि यह परियोजना केवल सरगुजा ही नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के विकास में सहायक सिद्ध होगी।

श्री पांडे ने कहा कि अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन बन जाने के साथ-साथ अंबिकापुर को कोरबा से भी जोड़ दिया जाए तो रायपुर और दक्षिण छत्तीसगढ़ के लोगों का 200 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी।मुख्यमंत्री से उन्होंने आग्रह किया कि अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन को जल्दी स्वीकृति दिलाने केंद्र सरकार पर दबाव डालें। श्री पांडे ने कहा कि अंबिकापुर-बरवाडीह रेल लाइन जिसका 12 बार सर्वे हो चुका है,रेलवे ने हर बार इसे अलाभकारी बताया है,डबल लाइन सर्वे के बाद फिर से सिंगल लाइन सर्वे की बात हो रही है जिसमें 3 साल का वक्त और लगेगा।श्री पांडे ने कहा कि कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो इसे फलिता लगाने का काम कर रही है।

उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ के सांसदों ने रेल मंत्री को अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन के लिए पत्र लिखकर अपना समर्थन दे चुके है,संसद में भी इसका मुद्दा उठाया है।अब मध्य प्रदेश के भी सांसद,मंत्री इसका समर्थन कर रहे हैं,यह परियोजना जितनी जल्दी पूरी हो छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए काफी अच्छा रहेगा,मुख्यमंत्री को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

वार्ता के दौरान दिवाकर शर्मा ने कहा कि अंबिकापुर बरवाडीह रेल लाइन को हर बार रेल्वे द्वारा अलाभकारी बताया जा रहा है,अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन 152 और बरवाडीह 200 किलोमीटर है।बरवाडीह रेल लाइन का कास्ट भी ज्यादा आएगा,बहुत पहले से इसका सर्वे चल रहा था इसलिए इसे खींचा जा रहा है,लेकिन हर बार इसकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है।अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन सभी लोगों के लिए पॉजिटिव है और यहां के लोगों के लिए भी उपयुक्त है।बरवाडीह में चार अभ्यारण है और रेणुकूट में केवल 14 किलोमीटर जंगल है इसलिए यहां फॉरेस्ट क्लीयरेंस में भी दिक्कत नहीं आएगी।वार्ता को मुकेश तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा कि अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन का डीपीआर 2023 से जमा है,आम बजट 2025-26 में इसे शामिल करने हम लोग हर संभव प्रयास करेंगे।


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