सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 जुलाई। छत्तीसगढ़ में राजस्व अमले की रीढ़ माने जाने वाले तहसीलदार और नायब तहसीलदार अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। अंबिकापुर के कला केंद्र मैदान में धरना स्थल पर अफसरों ने अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन का बिगुल बजा दिया है।
तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने सोमवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी है। नारा साफ है कि, संसाधन नहीं, तो काम नहीं। इनकी सबसे बड़ी मांग यह है कि, पर्याप्त संसाधनों की उपलब्धता और बुनियादी सुविधाएं। प्रदर्शनकारी अफसरों का कहना है कि, मौजूदा हालात में वे बिना संसाधनों के न्यायसंगत काम नहीं कर पा रहे हैं।
तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने कहा कि अगर मांगे नहीं मानी जातीं तो 30 जुलाई के बाद हम अनिश्चितकालीन आंदोलन पर जाएंगे।
अधिकारियों का साफ कहना है कि, अगर उनकी बातों को नजरअंदाज किया गया, तो यह आंदोलन अनिश्चितकालीन हो सकता है। जिसका सीधा असर प्रदेश के राजस्व कामकाज पर पड़ेगा।