सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 जनवरी। राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बिकापुर में बुधवार को नेशनल असेसमेंट एण्ड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) की टीम द्वारा निरीक्षण प्रारंभ किया।
महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा टीम को अलग-अलग वाहनों से रायपुर से अम्बिकापुर लाया गया। नैक टीम के सभी सदस्य देर रात अम्बिकापुर पहुंचे। अम्बिकापुर पहुंचने पर नैक पियर टीम के चेयरपर्सन डॉ. बी. आर. दुग्गर, कुलपति जैन विश्वभारती इंस्टीयुट, राजस्थान, मेम्बर को-आर्डिनेटर डॉ. विश्वनाथ कैलाश, मंगलगंगोत्री, कर्नाटक एवं डॉ. थंगवेल रुक्मनमादन, पासकुट्टी, तामिलनाडु का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अपर संचालक सरगुजा संभाग प्रो. रिजवान उल्ला, आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अनिल कुमार सिन्हा स्वशासी प्रकोष्ठ के नियंत्रक, डॉ. आर. के. मिश्रा, स्टीयरिंग कमेटी के संयोजक, डॉ.एस.एन.पाण्डेय, सदस्य डॉ. कामिनी, आक्यूएसी के सदस्य विनीत गुप्त द्वारा किया गया। तत्पश्चात 22 जनवरी को होने वाले निरीक्षण के संबंध में चर्चा की गई।
बुधवार 22 जनवरी को नैक पियर टीम का महाविद्यालय में आगमन हुआ। महाविद्यालय के गेट पर प्राचार्य एवं आईक्यूएसी समन्वयक एवं महाविद्यालय के प्रध्यापकों द्वारा नैक टीम की अगवानी की गई। एन.सी.सी कैडेट्स ने गॉड ऑनर तथा विद्यार्थी सरगुजा की संस्कृति शैली में अभिनंदन करते हुए टीम को महाविद्यालय के मुख्य द्वार तक ले गये स्वागत की औपचारिकाओं के बाद नैक दल के तीनों सदस्यों द्वारा महाविद्यालय के गार्डन में पौधारोपण किया गया।
इसके पश्चात महाविद्यालय में प्रवेश करते ही सरस्वती वंदन एवं दीप प्रवज्जलन किया गया। महाविद्यालय के पूर्व छात्र जो शहीद हो गये उन्हे पुष्पांजलि अर्पित की गई। महाविद्यालय के निरीक्षण के प्रथम चरण में प्राचार्य द्वारा महाविद्यालय में उपलब्ध समस्त सुविधाओं, शैक्षणिक गतिविधियों, शोध कार्य एवं अन्य विवरण प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात विभागों का प्रेजेंटेशन हुआ साथ ही आईक्यूएसी ने भी अपना प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया।
भोजनावकाश के उपरांत महाविद्यालय के अध्ययनरत छात्र, पर्व छात्र एवं अभिभवकों के साथ बैठक की गई। नैक पियर टीम द्वारा विभागों एवं शोध अध्ययन केन्द्रों का निरीक्षण किया गया साथ ही साथ क्रीड़ा विभाग, एन.सी. सी., एन.एस.एस इत्यादि सभी विभागों का निरीक्षण किया गया। इसके पश्चात् शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक स्टॉफ के साथ बैठक में विभिन्न मुद्दो पर चर्चा की गई।
आज प्रथम दिवस के अंत में छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई जिसमें छत्तीसगढ़ व सरगुजा की परम्परा एवं संस्कृति की झलक दिखी। यह निरीक्षण दो दिवसीय है, 23 जनवरी को द्वितीय दिवस महाविद्यालय के शेष गतिविधियों का निरीक्षण किया जाएगा।