सूरजपुर

कल्याणपुर में हिंदू महासंगम का आयोजन
20-Dec-2025 10:03 PM
कल्याणपुर में हिंदू महासंगम का आयोजन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सूरजपुर, 20 दिसंबर। हिंदू जन जागरण समिति मंडल कल्याणपुर के तत्वावधान में हिंदू महासंगम का आयोजन शिव मंदिर मैदान कल्याणपुर में आयोजित किया गया। संघ के शताब्दी वर्ष पूरा होने के अवसर पर मंडल स्तर हिंदू महासंगम कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जा रहा है।

आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में समरसता स्थापित कर हिन्दुओं को एकजुट करना है। हिंदू महासंगम कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह जिला कार्यवाह विजय शर्मा ने कहा कि संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में समाज के द्वारा हिंदू महासंगम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे हिंदू समाज में समरसता का भाव प्रकट हो और अपनी संस्कृति, परंपरा के प्रति गौरवान्वित हो।

इस प्रकार के आयोजन देश के प्रत्येक मंडल, नगर बस्ती पर देखने को मिल रहा है। हिंदू धर्म जिसे हम सनातन धर्म के नाम से जानते हैं, जब से सृष्टि का जन्म हुआ है और जो संस्कृति इस सृष्टि में प्रथम रूप में आई वह हिंदू संस्कृति सनातन संस्कृति के रूप में हम समझ सकते हैं। पंच परिवर्तन के पांच बिंदु सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्व आधारित जीवन एवं नागरिक कर्तव्य बोध को समाज अपने जीवन में आत्मसात करें, भारत का जन-जन पंच परिवर्तन के बिंदुओं को धारण करेगा तो भारत अपने गौरव को पुन: प्राप्त कर विश्व गुरु के स्थान को प्राप्त करेगा।

समिति के अध्यक्ष डॉ. संतोष प्रधान ने कहा- हिंदू समाज को सारे भेद भूलकर मूल हिंदुत्व की भावना को जीवन में धारण करना होगा। अतिथि रूप में आये डॉ ओमप्रकाश सिंहा  ने कहा कि धर्म का शाब्दिक अर्थ धारण करना होता है, जैसे श्री राम जी ने आदर्श, मर्यादा को धारण किया इसी प्रकार समाज को भी ऐसा जीवन को धारण करना चाहिए।

गीता प्रसाद राजवाड़े ने कहा- अपनी संस्कृति का सम्मान अपने बड़ों के सम्मान के बराबर है, हम सभी भारत माता की संतान है, इस प्रकार हमारे सभी भेद भिन्नता समाप्त हो जाते हैं और हम सभी एक हैं।

अतिथि रूप में सविता यादव भारत माता की जय का उद्घोष लगाया, एकल गीत ओमप्रकाश राजवाड़े  के द्वारा प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया गया। कार्यक्रम में सभी समाज के प्रमुखो, मंदिर पुजारी, गांव के बैगाओं को समिति ने आमंत्रित कर शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। जिसमें जायसवाल समाज से मुरारी जायसवाल, गुप्ता समाज से संजय गुप्ता, कोलता समाज से दुष्टी देव, कंवर समाज से पवन साय पैकरा, गोंड़ समाज से विश्वनाथ सिंह, बरगाह समाज से साजनाथ, कुम्हार समाज से लक्ष्मण प्रजापति, ब्राह्मण समाज से इंद्रदेव शुक्ला, यादव समाज से मोहर लाल यादव, नाई समाज से देवचन्द ठाकुर, सुनार समाज से जगदीश सोनी, लोहार समाज से जगरनाथ अगरिया, वसोर समाज से अवल साय, चिकवा समाज से बंटेश्वर चौहान, कसेर समाज से जोखु कांस्यकार, पंडो समाज से रूप प्रसाद पंडो, गायत्री परिवार से मनीराम भोय, मंदिर पुजारी बसंत राम राजवाडे, वैद्य जगदीश सिंह एवं अन्य समाज के लोग भी उपस्थित रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में कर्मा लोक नृत्य एवं सुआ लोक नृत्य के अलग-अलग दल ने अपना जोरदार प्रदर्शन किया जो पूरे कार्यक्रम का आकर्षण का केंद्र रहा अंतिम में इन्हें सम्मान हेतु सम्मान निधि के साथ स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। मंच का संचालन खुलेश्वर रजवाड़े ने किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु समिति के अमरनाथ पैकरा, विजय जायसवाल, ठाकुर पैकरा, दशरथ राजवाड़े, शिशुपाल, विनोद वैष्णव, संतोष गुप्ता, दीपेंद्र दुबे, विनोद जायसवाल, उपेंद्र, बाबूलाल शाह, ननकू राजवाड़े, धन कुमार पैकरा, ईश्वर सिंह, हीराधन राजवाड़े एवं अनेक कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका में रहे।


अन्य पोस्ट