सुकमा

जहां लाल आतंक से होती थी पहचान, अब वहां के बच्चे कर रहे हैं टॉप-भूपेश
02-Feb-2021 5:15 PM
जहां लाल आतंक से होती थी पहचान,  अब वहां के बच्चे कर रहे हैं टॉप-भूपेश

दुरमा जलप्रपात का होगा सौन्दर्यीकरण,सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बनेगा जिला अस्पताल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 फरवरी।
सुखद, समृद्ध, सुंदर और स्वस्थ सुकमा के सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कई घोषणाएं की। आज सुकमा हाईस्कूल मैदान में आयोजित आमसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा छत्तीसगढ़ की तरह नवा सुकमा बनाना है। उन्होंने कहा कि नवा सुकमा का सपना बच्चों को शिक्षा, युवाओं को रोजगार, खेतों को सिंचाई के लिए पानी और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर पूरा होगा। 

छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। उन्होंने सुखद, समृद्ध, सुंदर और स्वस्थ नवा सुकमा के सपने को साकार करने के लिए दुरमा जलप्रपात के सौन्दर्यीकरण के लिए 5 करोड़, सुकमा जिला अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में विकास करने, स्वामी विवेकानन्द परिसर के विस्तार के लिए एक करोड़ की स्वीकृति दी। उन्होंने जिले के समस्त देवगुड़ी के निर्माण के लिए 5-5 लाख रुपए, छिन्दगढ़ विकासखण्ड मुख्यालय में तीन किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग-30 को चार लेन सडक़ चैड़ीकरण के लिए छ: करोड़ की स्वीकृति दी। भेज्जी में प्री मैट्रिक बालक छात्रावास, गोलापाल्ली में कन्या आश्रम भवन, प्री मैट्रिक बालक आश्रम और पालाचलमा में पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास की घोषणा की। साथ ही सोलर ड्यूल पम्प ग्रामीणों क्षेत्रों के लिए चार सौ नग बोर खनन, गोंगला के लिए बीटी सडक़ की स्वीकृति, कुकानार से सरईपारा के बीच तीन किलोमीटर सडक़ का निर्माण, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन निर्माण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आगे बढऩे के लिए शिक्षा बहुत जरुरी है और छत्तीसगढ़ सरकार चाहती है कि कोई भी व्यक्ति शिक्षा से वंचित न रहे, इसलिए वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को खोलने का कार्य वर्तमान सरकार द्वारा किया गया। दो वर्षों के भीतर बंद पड़े 123 स्कूलों में से 90 स्कूलों का संचालन पुन: प्रारंभ कर दिया गया है। आज इसी का परिणाम है, कि जिस जिले की पहचान लाल आतंक से होती थी, अब उसी जिले के बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में टॉप कर रहे हैं। यह इस जिले में हो रहे बदलाव की पहचान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे और गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। आज इसी कड़ी में यहां 50 स्कूटियां भी मेडिकल किट के साथ स्वास्थ्यकर्मियों को उपलब्ध कराई गई है। लोगों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए दो एंबुलेंस भी प्रदाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मलेरियामुक्त बस्तर अभियान का सपना साकार करने के लिए घर-घर जाकर लोगों की जांच और उपचार किया गया। आज इसी का परिणाम है कि मलेरिया के एपीआई में 65 फीसदी की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वस्थ और सुपोषित हों, इसके लिए बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। शासन द्वारा बच्चों को गर्म भोजन और अंडा उपलब्ध कराया जा रहा है। अंडों की आपूर्ति के लिए भी स्थानीय स्वसहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन और अंडा उत्पादन के लिए भी प्रोत्साहित किया गया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।

इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री  जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री  कवासी लखमा, सांसद  दीपक बैज, कोंडागांव विधायक  मोहन मरकाम, बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष  लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष  विक्रम शाह मंडावी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष  चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक  राजमन बेंजाम, अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष  मिथिलेश स्वर्णकार,जिला पंचायत के अध्यक्ष  हरीश कवासी, नगर पालिका अध्यक्ष  जगन्नाथ साहू, जगदलपुर नगर निगम की अध्यक्ष  कविता साहू कमिश्नर  जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक  मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर  विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक  केएल ध्रुव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
 


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