सुकमा

अनोखी परंपरा : लड्डू की लगती है बोली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 22 सितंबर। गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया कुछ ऐसी ही उद्घोष से गुरुवार की देर शाम को कोंटा की सडक़ें गूंजती रही। कोंटा के स्थानीय स्टेड बैंक परिसर में हिंदू सेना गणेश उत्सव समिति के द्वारा स्थापित 15 फीट की गणेश मूर्ति की नगर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।
विसर्जन के लिए गणेश जी की प्रतिमा को सजाकर कर रथ पर रखा गया। उसके उपरांत ढोल नगाड़ों की थाप के बीच भक्ति गीत बजाते हुए, नाचते गाते पूरे कोंटा नगर का भ्रमण करते हुए गणपति की मूर्ति को लेकर सबरी नदी के घाट पर पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को गुलाल भी लगाया। देर रात को महाआरती एवं स्तुति के बाद भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को श्रद्धालुओं ने विसर्जित किया।
इस मौके पर शांति पूर्ण ढंग से विसर्जन कराने एवं किसी भी अप्रिय घटना से निपटने कोंटा पुलिस थाना प्रभारी मोहन निषाद के नेतृत्व में जुलूस के साथ चल रही थी तथा अपने देख रेख में प्रतिमा का विसर्जन करवाया।
53 हजार में पवन ने लिया 35 किलो का लड्डू
कोंटा नगर में लोगों के द्वारा अनोखी परंपरा निभाई जाती है। दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार कोंटा में भी कोंटा में भी एक अनोखा परंपरा चली आ रही हैं। यहाँ हर साल गणेश पूजा का आयोजन किया जाता हैं , जिसमें खास लड्डू का भोग लगाया जाता है। इतना ही नहीं, भक्त यहां भोग रूपी लड्डू की बोली भी लगाते हैं ।
इस बार भी अनोखी परंपरा को निभाया गया और भगवान गणेश के विसर्जन से पहले इस लड्डू की बोली लगाई गई। स्थानीय कोंटा के भक्त तालपुड़ी पवन व उनके मित्रों के द्वारा 53 हजार पांच सौ एक रुपए में खरीदा। लड्डू का वजन 35 किलो से अधिक था ।
केरल के नृत्य बना आकर्षक का केंद्र
पिछले 12 वर्षों से स्थापित किया जा रहा हिंदू सेना गणेश उत्सव समिति द्वारा विसर्जन यात्रा में विभिन्न लोक नृत्य ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। विशेष रूप से केरल के कलाकारों की नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन नृत्यों की पारंपरिक वेशभूषा और नृत्य शैली ने गणेश उत्सव के धार्मिक माहौल में सांस्कृतिक रंग भर दिए।
केरल के कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रदर्शन के जरिए भारतीय परम्पराओं और संस्कृतियों की झलक पेश की, इनके नृत्यों ने विसर्जन यात्रा को और भी भव्य आकर्षण बना दिया। यह गणेश विसर्जन कार्यक्रम में स्थानीय नगरवासियों की अतुल्य सहयोग पर हिंदू सेना गणेश उत्सव समिति ने आभार व्यक्त किया।