सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 26 अगस्त। गोल्लागुडा के किसान ठगी के शिकार हो गए है नीलगिरी पेड़ों का अच्छे दामों में बिक्री कर रकम दिलाने का लालच देकर तेलंगाना के एक शातिर ने किसानों के खेत में लगे पेड़ों को काटकर ले गया है उसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।
किसान गुरला नागुराव और राघव लम्बाड़ी ने 2011-12 में अपने गांव मे उनकी निजी भूमि पर नीलगिरी के पेड़ों का रोपण किया था, 12 साल बाद पेड़ बड़े और बेचने लायक हो गए थे। तब तेलगाना के शातिर श्रीनिवास रेड्डी की नजर इन पेड़ो पर पड़ी और उन किसानों से संपर्क किया उन्हें अच्छी कीमत दिलाने का लालच दिया गया। तीन हजार चार सौ रूपए की दर से प्रति क्विंटल माल बिकवाने का झांसा देकर खेत में लगे 532 पेड़ों को काटकर तेलंगाना ले जाने में सफल हो गया।
आरोपी ने किसानों को कहा कि दूसरे ही दिन माल बेचकर पैसे लाकर दूंगा कहा गया। किसान उसकी बातों में आ गए और पूरा भरोसा कर बिना पैसे लिए उसे सारे पेड़ काटने दे दिए।
तेलंगाना से कुछ मजदूर और गांव के कुछ मजदूर मिलकर पेड़ों की कटाई की। कटे पेड़ों को गाडिय़ों मे भरकर भद्राचलम लेकर चले गए। यह घटना 4 अगस्त की है।
किसानो ने दूसरे और तीसरे दिन से उसके मोबाईल में संपर्क किया एक बार उसने फोन उठाकर पैसे जल्द लाकर देने की बात कहकर फोन काट दिया, उसके बाद से उसका मोबाईल बंद कर दिया। किसान लगातार उससे संपर्क करने की कोशिश करते रहे लेकिन उसका कोई भी पता किसानों को नहीं लग पाया।
पीडि़त किसान नागुराव गुरला, राघव लम्बाड़ी ने भोपालपटनम थाने में शिकायत दर्ज करवाई है नीलगिरी के कुल 532 पेड़ों की कटाई करवाकर बिना पैसा दिये लेकर चला गया है और गांव से लगाए गए मजदूरों की मजदूरी भुगतान भी नहीं की गई है।
किसानों ने बताया कि तीन ट्रैक्टर माल भरकर ले गया है। किसानों ने बताया कि तीन ट्रेक्टर नीलगिरी वृक्ष का वजन 90 टन है और उसकी कीमत लगभग 3,06,000 रुपये है।


