सुकमा
तेलंगाना का रास्ता 12 दिनों से हैं बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 27 जुलाई। जिले में 16 जुलाई से लगातार जारी बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। नेशनल हाइवे के गांव सहित अंदरूनी गांव भी बारिश से टापू में तब्दील हो गए हैं।
जगदलपुर से भोपालपटनम तक जोडऩे वाली सडक़ नेशनल हाइवे 63 जांगला के पास बाढ़ का पानी रोड के ऊपर से बहने से बहने लगा, जिसकी वज़ह से भोपालपटनम से जगदलपुर मार्ग सुबह से बंद हो गया। हाइवे पर 4 फीट तक पानी चढ़ा हुआ था, सुबह करीब 7.30 बजे से नेशनल हाइवे बाधित रहा। गाडिय़ों की दोनों तरफ लम्बी कतारे लगी हुई थी।
भोपालपटनम ब्लॉक तारलागुड़ा इलाके के कई गांव ब्लॉक मुख्यालय से कटे हुए हैं। इस इलाके में फिर से बाढ़ के हालात बन गए हैं। नेशनल हाइवे 163 तारलागुड़ा हैदराबाद वारंगल के शहरों से संपर्क टूट चुका है। रामपुरम कैम्प के पास व तेलंगाना के तेकूलगुडम में बाढ़ का पानी चढ़ा हुआ है। इधर, शनिवार सुबह महाराष्ट्र का रास्ता खुल चुका था। सोमनपल्ली का पानी रात भर में उतर गया। महाराष्ट्र से आवागमन शुरू हो चूका हैं।
इंद्रावती नदी का जल स्तर बढ़ा
इंद्रावती तिमेड़ नदी का जल स्तर सुबह 10 बजे से लगातार बढ़ रहा था, जिसकी रफ़्तार प्रति घंटे 25 सेंटीमीटर थी, शाम तक पहला वार्निंग लेबल तक पहुंच चुका था और बढऩे क ी संभावना जताई जा रही थी, फिलहाल इंद्रावती में बाढ़ जैसे हालत नहीं हैं।
अगर ऐसे ही बढ़ता रहा तो बाढ़ के हालत बन सकते हैं। पहला वार्निंग लेवल 12.500 मीटर है। इतना पानी शाम तक पहुंच चुका था, दूसरा वार्निंग लेवल 14 मीटर का बताया जा रहा है।



