सारंगढ़-बिलाईगढ़

मेरे पति पर एफआईआर साजिश-उत्तरी जांगड़े
07-Dec-2024 8:34 PM
मेरे पति पर एफआईआर साजिश-उत्तरी जांगड़े

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सारंगढ़, 7 दिसंबर। जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता आहुत की गई। प्रेस वार्ता में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अरुण मालाकार, वरिष्ठ विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सूर्यकुमार तिवारी, पूर्व गौ सेवा आयोग के सदस्य पुरुषोत्तम साहू, विधायक प्रतिनिधि अजय बंजारे, विनोद भारद्वाज, राकेश पटेल, प्रमोद मिश्रा, राज कमल अग्रवाल, अशोक अग्रवाल पार्षद, सरिता गोपाल, बबलू बहिदार, मुकेश यादव, चारू शर्मा के साथ ही साथ वरिष्ठ कांग्रेसी उपस्थित थे।

इस दौरान लगभग प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पच्चीस से अधिक पत्रकार साथी उपस्थित रहे। प्रेस को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अरुण मालाकार ने बताया कि जून से पूर्व के गौड़ खनिज की राशि जिला पंचायत  द्वारा रोक दी गई है जो राशि जनपद के जनप्रतिनिधियों के द्वारा करवाए जाने वाले जनहित के कार्यों की राशि है उसे भाजपा नेता के इशारे पर रोका गया है। उच्च सदन और निम्न सदन के निर्वाचित और मनोनीत जनप्रतिनिधि के द्वारा जारी की जाने वाली जनहित राशि में जहां जनप्रतिनिधि और ठेकेदारों को रॉयल्टी क्लियरेंस के नाम पर कलेक्टर द्वारा सभी विभागों में पेमेंट रुकवा दिया गया है। जिला कार्यालय द्वारा जन प्रतिनिधियों को कोई भी विकास कार्य नहीं करने दिया जा रहा है।

उक्त एफआईआर में दर्ज होने के बाद मामला पूरी तरह से गरमा गया है । सूत्रों की माने तो उक्त मामले में विधायक पति ने उक्त जब्त धान स्वयं का नहीं होना बताया, इसके बाद उक्त मामले में राजनीति षड्यंत्र की छवि साफ नजर आ रही है। उक्त घटना के घटनाक्रम और दो दिनों पूर्व हुए एफआईआर के बाद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 26 नवंबर से 29 नवंबर तक जांगड़े दंपत्ति विशाखापट्टनम में स्वास्थ्य लाभ के लिए गए थे, जहां उनकी रेलवे से प्राप्त यात्रा टिकट, जिस होटल में ठहरे थे उसकी रसीद, प्रपत्र व पर्चियां के साथ लाइव फेसबुक, इंस्टा ग्राम इत्यादि में साफ नजर आ रहा हैं कि वे जब सारंगढ़ में थे ही नहीं तो एफआईआर में उनका नाम कैसे दर्ज हो गया? इसमें षड्यंत्र है।

यहां तक की धान खरीदी केंद्र में ना तो उनकी उपस्थित है, ना ही धान बेचने पर लिए गए फिंगरप्रिंट अंगूठे के निशान उनके है? ना किसी प्रकार का मोबाइल में मैसेज अथवा ओटीपी का आना उक्त दिनांक में प्राप्त हुआ है ? ना खरीदी केंद्र के सीसीटीवी में गनपत जांगड़े दिखाई दे रहें हैं ? बल्कि बैंक द्वारा भेजे गए राशि को तत्काल पत्र लिख कर उक्त बैंक को अवगत भी कराया गया।

विधायक ने कहा कि अगर उक्त तथ्य विधायक पति गनपत जांगड़े के सत्य निकलते हैं तो क्या यह पूरा घटनाक्रम कूट रचित पूर्व प्लानिंग और राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है? किसी तरह कांग्रेस के मजबूत गढ़ सारंगढ़ में कांग्रेस विधायक के निरंतर दो पंचवर्षीय बड़ी जीत से घबराई भाजपा उन्हें घेरने का भरसक प्रयास कर रही है। उक्त घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने विरोध दर्ज कर पूरे मामले को राजनीतिक द्वेष और षड्यंत्र कहां है? तो वही जांगड़े ने उक्त धान उनके पति द्वारा धान खरीदी केंद्र नहीं ले जाना बताया गया। पत्रकारों की उपस्थिति में जिलाध्यक्ष अरुण मालाकार ने बताया कि जिला प्रशासन के खिलाफ 11 दिसंबर को आंदोलन किया जाएगा और जिला प्रशासन के द्वारा खुलकर भाजपाई राजनीति की जा रही है उसके खिलाफ चुनाव आयोग और राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया जाएगा अब इस मामले में क्या-क्या नई जानकारियां खुलकर सामने आती है इस पर सब की नजर टिकी हुई है।


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