सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 15 नवंबर। जिला मुख्यालय के बिलाईगढ़ ब्लॉक का है जहां छग आम शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप लहरे एवं क्रांतिकारी शिक्षक संवर्ग संघ के उपप्रांताध्यक्ष हेमन्त साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया था कि मनोज कुमार साहू शिक्षक जो कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पेंड्रावन में कार्यरत है, जो कि विगत पांच वर्षों से फरार रहा है, उनका फर्जी उपस्थिति रजिस्टर बनाकर विकासखंड बिलाईगढ़ शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण साहू द्वारा 5 वर्षों का वेतन निकाला गया है।
इस पूरे मामले में बिलाईगढ़ विकास खंड शिक्षा अधिकारी सत्य नारायण साहू ने भी अपना पक्ष रखा और कहा कि जो आरोप उन पर लगे हैं वह निराधार है। 12 जनवरी 2019 में जब उस समय जेआर डहरिया विकासखंड शिक्षा अधिकारी थे, तब उनके द्वारा मनोज साहू को बिलाईगढ़ विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सेवा पुस्तिका संधारण कार्य के लिए अटैच किया गया था, तब से लेकर अब तक विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में मनोज साहू अटैच है इसके साथ ही उनके द्वारा स्कूल समन्वयक का भी जिम्मेदारी निभाया जा रहा है।
वहीं इस पूरे मामले में सरसींवा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य बीएल कुर्रे का कहना है कि नियमित रूप से उपस्थित के आधार पर उनका वेतन निकाला गया है कोई भी फर्जी वेतन नहीं निकाला गया है। हालांकि इस आरोप में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है जांच होने के पश्चात् पूरे मामले का खुलासा होगा। अनुपस्थित शिक्षक को 5 साल का वेतन आहरण करने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां डीईओ सारंगढ़ ने जब संबंधित विद्यालय में 19 सितंबर 24 को निरीक्षण करने आए तब शिक्षक मनोज कुमार साहू अनुपस्थित मिले जिसका रजिस्टर में ग्रीन पेन में डीईओ सारंगढ़ ने टिप लिखा है, जिसकी कॉपी भी हमारे प्रतिनिधि के पास उपलब्ध है।
डीईओ एलपी पटेल ने बताया कि मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया था, उसे स्कूल में अनुपस्थित पाया गया और पहले शिक्षक पूर्व विधायक के पीए के कार्य पर था, उसके बाद कार्यकाल समाप्त होने के बाद उसने स्कूल आना शुरू किया है।


