सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 14 नवंबर। खाटू नरेश बाबा श्याम की महती कृपा से गोपाल जी मंदिर छोटे मठ में महंत बंशीधर दास मिश्रा के नेतृत्व में श्याम मंदिर का भूमि पूजन 115 वर्षीय संत 1008 वाले रामगोपाल दास देवरघटा वाले के करकमलों से सवा 12 बजे वैदिक रीति से पांच आचार्य के द्वारा करवाया गया।
श्याम मंदिर भूमि पूजन के विशिष्ट अतिथि बृजभूषण पांडे ने भी विधि विधान से पूजा कर खाटू नरेश बाबा श्याम जी के मंदिर का नींव रखें । श्याम मंदिर निर्माण के लिए लेंध्रा निवासी और रायगढ़ के महान श्याम भक्त बजरंग अग्रवाल के द्वारा गोपाल जी मंदिर छोटे मठ को बाबा श्याम बिहारी की सौ पुस्तकें निशुल्क प्रदान किए थे, जिन पुस्तकों से मंदिर में अनेकों बार श्याम पाठ करवाया गया। महंत बंशीधर दास मिश्रा के नेतृत्व में देवउठनी एकादशी के दिन संतों के संत राम गोपाल दास जी के हाथों से भूमि पूजन संपन्न हुआ।
भूमि पूजन उपरांत संतों के संत राम गोपाल दास जी ने कहा कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत का विशेष महत्व है। देव उठनी एकादशी के साथ ही हिंदू समाज में शादी-ब्याह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इस अवसर पर तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें तुलसी के पौधे का विवाह भगवान विष्णु के प्रतीक शालिग्राम के साथ किया जाता है। देवउठनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन उपवास रखकर भगवान विष्णु की कथा सुनने और उनकी पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।


