सारंगढ़-बिलाईगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 14 अक्टूबर। जिला मुख्यालय के सुदूर अंचल कनकबीरा में बिंझवार समाज की कुल देवी विंध्यवासिनी देवी मंदिर में नवरात्रि के नवें दिन विधि विधान के साथ हवन यज्ञ के पश्चात कन्याओं का पूजन किया गया।
देवी के प्रतीक कन्याओं का मांदर झांझ के साथ स्वागत कर, पूजा-अर्चना किया गया वहीं पूरे अंचल के उपासक कन्याओं को भोजन करा आशीर्वाद लिए और नव कन्याओं को अपने से जो बन सका भेंट किए। कन्या भोज कार्यक्रम के पश्चात सैकड़ों लोगों को भंडारे का भोजन कराया गया। विंध्यवासिनी देवी मंदिर बिंझवार समाज के लिए आस्था का केंद्र है। लोग यहां उत्साह के साथ पूरे नव दिन तक विधिविधान के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर सेवा किए। अंचल में नवरात्रि पर्व को लेकर उत्साह रहा। इस मंदिर निर्माण को लेकर शिक्षक लक्ष्मण बरिहा ने बताया कि जब मंदिर नहीं बना था तो तेंदू पेड़ के नीचे देवी प्रतीक मानकर पेड़ के नीचे पूजा करते थे कन्हैया बरिहा। रामलाल बरिहा ने समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए लोगों को जोडऩा शुरू किए व उनकी मनसा अनुरूप समाज आगे आया और राम लाल बरिहा ने मंदिर निर्माण के लिए नींव रखी। मंदिर 8 माह 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था।