सारंगढ़-बिलाईगढ़

सांग धारण कर मांदर की धुन पर थिरके माता के भक्त
22-Oct-2023 9:23 PM
सांग धारण कर मांदर की धुन पर थिरके माता के भक्त

दर्जनों भक्तों ने लिया शरीर में बाना

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सरसीवां, 22 अक्टूबर। नवरात्रि पर माता के भक्तों ने बाना जुलूस निकाला, जिसे देखने भक्तों भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं बाना(सांग) लेने युवा भक्तों में उत्साह देखने को मिला।

 शनिवार को सरसीवां में बैगा घसिया कर्ष के मार्गदर्शन में भक्तों ने बाना जुलूस निकाला गया, जिसमें भक्तों की भीड़ रही। पुलिस प्रशासन भी शांति व्यवस्था की दृष्टि से डटे हुए थे ।

सरसीवां में बाना के नाम से प्रसिद्ध है घसिया कर्ष, जिनके द्वारा भक्तों के आग्रह पर जगह जगह जाकर बाना जुलूस कार्यक्रम संपन्न किये जाते हैं। जब इनसे पत्रकारों ने चर्चा की तब उन्होंने बताया कि माता के आशीर्वाद से बाना जुलूस कार्यक्रम संपन्न होता है।

वहीं सांग धारण किये भक्तों का कहना है कि माता के प्रति श्रद्धा एवं आशीर्वाद से हम सांग लेते हैं, जिसके कारण से सांग लेने पर शरीर पर किसी भी प्रकार का प्रतिकूल विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। थोड़ा दर्द जरूर होता है पर घी एवं नींबू लगाने से दर्द गायब हो जाता है।

सरसीवां में सारंगढ़ मार्ग एवं पेंड्रावन मार्ग से बाना जुलूस निकाला गया जो कि मुख्य मार्ग से होते हुए बस स्टैंड, बाजार चौक , राधाकृष्ण मंदिर से होते हुए महामाया मंदिर पहुंचे, जहाँ माता के आशीर्वाद के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 इसी तरह समीपस्थ ग्राम बिलासपुर में गुरुवार को बाना जुलूस निकाला गया। बाना लिए भक्तों ने बताया कि माता के प्रति भक्ति भावना से कार्य संपन्न होता है। माता के भक्तों ने लोहे के बड़े व छोटे रॉड को अपने शरीर के विभिन्न अंग में चुभाकर बाना लिए हुए थे। भक्तों ने मुँह ,जीभ ,कान , नाक गाल ,हाथ ,पेट एवं पैर में बना लेकर मांदर के थाप एवं माता रानी के जयकारे के साथ नाचते आगे बढ़ रहे थे।


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