सारंगढ़-बिलाईगढ़

मनमानी का आरोप, प्राचार्य के खिलाफ खोला मोर्चा
19-Oct-2022 7:35 PM
मनमानी का आरोप, प्राचार्य के खिलाफ खोला मोर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

भटगांव, 19 अक्टूबर। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के शासकीय पूर्व माध्यमिक व हाई स्कूल सलिहाघाट के छात्रों ने प्राचार्य पर मनमानी का आरोप लगाया है, और उनको हटाने की माँग की है।

मीडिया ने फोन के माध्यम से हाई स्कूल के प्राचार्य गिरजा केसरवानी से भी मामले की जानकारी ली जिस पर उन्होंने बताया कि वहां के कुछ शिक्षकों द्वारा मेरे खिलाफ बच्चों को भडक़ाया गया हैं. जिसके कारण सभी बच्चे मुझको हटाने की मांग कर रहे हैं और मनमानी मेरे द्वारा नहीं बल्कि शिक्षकों द्वारा किया जाता रहा हैं जिसकी जानकारी भी मैंने विभागीय उच्चाधिकारियों को कई बार दे चुकी हूँ पर आज तक उस पर कोई कर्रवाई नहीं की गई है।

बताया जाता है कि यहाँ पिछले दो सालों से वहाँ पदस्थ शिक्षकों और प्राचार्य के बीच आपस में तालमेल नहीं होने के कारण विवाद चल रहा हैं, जिसके चलते वहाँ पढऩे वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। साथ ही साथ आए दिन प्राचार्य और शिक्षकों के बीच किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा-विवाद हो रहा है।

छात्र-छात्राओं की मानें उनके स्कूल में न  ही कोई अनुशासन है और न  ही कोई साफ-सफाई, लडक़ों के लिए बनाए गये शौचालय भी टूट-फुट गई है और हम लड़कियों के लिऐ बनाए गए शौचालय की भी सफाई नहीं होती जो बदबू दे रही है. जिसके कारण हम सबको शौच के लिए मजबूरन झाडिय़ों में जाना पड़ता है। और प्राचार्य द्वारा वित्तीय अनियमितता करने व कोरोना काल के दौरान स्कूली बच्चों से फीस लेने की भी शिकायत किया गया है।

अभिभावकों ने भी मीडिया को बताया कि उनके पहुंचने पर भी प्राचार्य और शिक्षकों के बीच विवाद चल रहा था.जिसके बाद अभिभावकों और मौके पर पहुँचे भटगांव पुलिस की टीम द्वारा जैसे-तैसे कर बड़ी मुश्किल से मामला को शांत कराया गया ।

बताया गया कि सलिहाघाट हाईस्कूल संकुल के अंतर्गत 9 स्कूल आते हैं सभी शिक्षकों के द्वारा प्राचार्य केअडिय़ल मनमानी करने के खिलाफ बीईओ, बीआरसी, और जिला शिक्षा अधिकारी के पास शिकायत करने के बाद भी आज तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं किया गया वहीं सभी शिक्षकों द्वारा क्षेत्रीय विधायक चंद्रदेव राय के पास भी शिकायत करने के बाद विधायक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश देने के बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा जिसके कारण स्कूल के स्थिति दिन-प्रतिदिन खऱाब होती जा रही है।

वहीं शिक्षकों और प्राचार्य के बीच विवाद चल रहा था तभी बच्चों द्वारा अपने अभिभावकों को रोते-बिलखते बुलाने गाँव की ओर चले गये.कुछ समय बाद बच्चों केअभिभावक स्कूल पहुँचे और मामले की जानकारी ली। जिस पर बच्चों ने अभिभावकों को शिक्षक की कमी सहित कई जानकारी दी।

 


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