राजपथ - जनपथ

8 पैसे भुगतान के लिए सिक्के कहां से?
अभी राजधानी रायपुर के प्रेस क्लब में वहां के सदस्यों के लिए वाहनों में अनिवार्य की गई नई नंबर प्लेट लगवाने का एक कैम्प आयोजित किया गया। इसकी सूचना में दुपहिया के लिए 365.80 रूपए, और चारपहिया गाड़ी के लिए 656.08 रूपए, और इससे बड़ी गाड़ी, शायद हाईवा (अब कौन से पत्रकार हाईवा रखते होंगे?) के लिए 705.64 रूपए का निर्धारित रेट लिखा गया है।
अब हिन्दुस्तान में कौन ऐसे हैं जो 8 पैसे तक का लेन-देन कर सकेंगे? यह तो मोबाइल फोन से या किसी और ऑनलाईन तरीके से भुगतान में एक-एक पैसे तक का पेमेंट किया जा सकता है, लेकिन अब तो इस बात को बरसों हो चुके हैं कि अठन्नी तक बंद हो गई है। अब धीरे-धीरे करके एक रूपए के सिक्के की जगह 5, 10, और 20 रूपए के सिक्के धड़ल्ले से चल रहे हैं। ऐसे में नंबर प्लेट बनवाने के लिए 8 पैसा तक चिल्हर देना पड़े, तो एक भी नंबर प्लेट नहीं बन पाएगी।
अब संगठन में पद के लिए जोर आजमाइश
निगम मंडलों में 36 लोगों की नियुक्ति के बाद पदभार पर्व भी खत्म हो गया है। इनमें से अधिकांश संगठन के ही नेता नियुक्त किए गए हैं। पार्टी की व्यवस्था अनुसार एक व्यक्ति एक पद के तहत इन सबको संगठन के पद छोडऩे होंगे। पर कोई छोडऩे तैयार नहीं। क्योकिं ये वहां भी पकड़ रखना चाहते हैं। यही वजह है कि सालों साल वही नाम चेहरे बने रहते हैं। नए को अवसर कम ही मिलता है। बस पार्टी कहती रहती है कि इस बार नए युवा सक्रिय लोगों को अवसर देंगे। बस इसी उम्मीद में संगठन में जगह पाने सदस्य सक्रिय हो गए हैं।
प्रदेश महामंत्री, उपाध्यक्ष से लेकर मोर्चा प्रकोष्ठ और जिलों तक नियुक्ति होनी है। इनमें पद पाकर सरकार के गलियारों में भी दबदबा बनाया जा सकता है। क्योंकि सरकार में भी हर पद संगठन के रास्ते से होकर ही गुजरता है। और अभी दर्जन, डेढ़ दर्जन निगम मंडलों में और नियुक्तियां होनी है। सो नए लोग नियुक्ति के लिए जोर लगाएंगे जो निगम मंडल में कुर्सी ले चुके हैं वो संगठन में भी बने रहने कदमताल करेंगे। यह संघर्ष अभी जारी रहेगा। वैसे आगे की सभी नियुक्तियां नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही हो पाएंगी।
वाह रे ब्रांड - पानी का कोई ब्रांड ‘इंपोर्टेड’ नाम का हो, तो कई लोगों को उसके विदेश से आने का धोखा हो सकता है। सरकार में कोई ब्रांड पर नजर रखते हैं?
सिर्फ एक से मुलाकात!
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान अभी दिल्ली से ओडिशा जाते हुए सुबह-सुबह रायपुर एयरपोर्ट पर कोई घंटे भर रूके, तो किसी को इसकी खबर नहीं हुई। केवल एक नौजवान भाजपा नेता आकाश विग को एयरपोर्ट पर देखा गया, और ये दोनों लोग वहां चाय-नाश्ते पर घंटे भर बातचीत करते रहे। धर्मेन्द्र प्रधान छत्तीसगढ़ के बारे में बड़े जानकार होकर लौटे होंगे। रायपुर के विधायक पुरन्दर मिश्रा बीमार होने की वजह से समय पर जानकारी नहीं देख सके, और पहुंच नहीं सके। ऐसे में मैदान आकाश विग के लिए पूरा खाली था। क्या-क्या चर्चा हुई होगी, इस बारे में अटकल लगा सकते हैं। (rajpathjanpath@gmail.com)