राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : क्यों हुए फेरबदल?
29-Aug-2024 4:22 PM
 राजपथ-जनपथ : क्यों हुए फेरबदल?

क्यों हुए फेरबदल?  

भूपेश सरकार की तरह साय सरकार में भी आईएएस अफसरों के तेज रफ्तार से तबादले हो रहे हैं। बिलासपुर कमिश्नर नीलम नामदेव एक्का को 22 दिनों के भीतर बदल दिया गया। सचिव स्तर के अफसर एक्का की पोस्टिंग मंत्रालय में की गई है, लेकिन उन्हें कोई प्रभार नहीं दिया गया है। यही नहीं, एक्का की जगह उच्च शिक्षा आयुक्त जनक पाठक को बिलासपुर कमिश्नर बनाया गया था, लेकिन दो घंटे के भीतर उनका तबादला निरस्त कर दिया गया। पाठक यथावत उच्च शिक्षा आयुक्त के पद पर बने रहेंगे। 

रायपुर कमिश्नर महादेव कांवरे को बिलासपुर कमिश्नर का अतिरिक्त  प्रभार दिया गया है। नीलम एक्का से पहले रायपुर कमिश्नर संजय अलंग बिलासपुर कमिश्नर के अतिरिक्त प्रभार पर थे। चर्चा है कि पाठक बिलासपुर नहीं जाना चाहते थे। इसलिए उनका तबादला निरस्त किया गया। एक्का को क्यों हटाया गया, इसकी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। प्रशासनिक फेरबदल का क्रम आगे भी जारी रहेगा। 

अफसरों की कहानी अनंत?

आईएएस के 2020 बैच के अफसर आनंद मसीह दो दिन बाद रिटायर हो रहे हैं। मसीह के साथ-साथ बीजापुर कलेक्टर अनुराग पाण्डेय भी रिटायर होंगे। मसीह का मामला थोड़ा दिलचस्प है। 

मसीह के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने का आरोप है। वो 91 में डिप्टी कलेक्टर बने थे। इसके बाद उन पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र लेने का आरोप लगा। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद जाति प्रमाण पत्र से जुड़ी शिकायतों की जांच के लिए गठित छानबीन समिति ने दो बार आनंद मसीह की जांच की थी। 

दोनों बार समिति ने उनकी जाति प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया था। इसके बाद मसीह को हाईकोर्ट से स्थगन मिल गया। छानबीन समिति की अनुशंसा पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई, और मसीह को आईएएस अवार्ड भी हो गया। वो पूरी नौकरी करने के बाद रिटायर भी हो रहे हैं।  दूसरी तरफ, बीजापुर कलेक्टर अनुराग पाण्डेय का तबादला तो महीने भर पहले ही हो गया था। मगर उनका तबादला निरस्त करने के बजाए मौखिक रूप से पद पर बने रहने के लिए कह दिया गया। 

अनुराग की जगह संबित मिश्रा को बीजापुर कलेक्टर बनाया गया था। उन्हें जॉइनिंग से मना किया गया। मिश्रा संभवत: 1 सितंबर को बीजापुर कलेक्टर का चार्ज लेंगे। अनुराग पाण्डेय 6 महीने में अपने कामकाज को लेकर काफी सुर्खियों में रहे। बीजापुर में रेल लाइन के लिए उन्होंने प्रेजेंटेशन दिया था, और फिर भाजपा सांसद की पहल के बाद केन्द्र सरकार रेलवे लाइन के लिए सर्वे भी करा रही है। 

यही नहीं, नक्सल धमकियों की वजह से पिछले दो दशक से बंद स्कूल भी खुले हैं। बीजापुर के युवाओं के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी काफी चर्चा में रहा है। ये अलग बात है कि विवादित भाजपा नेता अजय सिंह ने उन्हें पद से हटवाने की धमकी दी थी। और फिर ऑर्डर भी हो गया था। इसको लेकर काफी प्रतिक्रिया हुई थी। बाद में अजय सिंह को पार्टी से निकाला गया, और फिर उन्हें अपराधिक प्रकरणों की वजह से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 

आखिर नियुक्ति हो गई 

सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज इंदर सिंह उपवेजा को प्रमुख लोकायुक्त बनाया है। राज्य वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र पाण्डेय ने नई नियुक्ति नहीं होने पर सवाल खड़े किए थे, और विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सीएम विष्णुदेव साय से मिलकर ज्ञापन भी दिया था। 

प्रमुख लोकायुक्त जस्टिस टीपी शर्मा का कार्यकाल साल भर पहले खत्म हो गया था। नई नियुक्ति नहीं होने पर जस्टिस टीपी शर्मा यथावत पद पर बने हुए  थे। नए लोकायुक्त जस्टिस उपवेजा बसना के रहने वाले हैं। वे रमन सिंह सरकार में विधि सचिव भी रह चुके हैं। यही नहीं, भूपेश सरकार ने उन्हें हाईकोर्ट जज से रिटायर होने के बाद पुलिस प्राधिकार समिति का चेयरमैन नियुक्त किया था। समिति के चेयरमैन के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद साय सरकार ने उन्हें नई जिम्मेदारी दी है। 

अमेरिका की उड़ान में रुकावट

उप-मुख्यमंत्री अरुण साव जिनके पास लोक निर्माण विभाग का प्रभार भी है- उनका पहला विदेश प्रवास खटाई में पड़ गया है। यह मौजूदा भाजपा सरकार के किसी मंत्री का भी पहला विदेश प्रवास था। इस दौरे में उनको न्यूयार्क, कैलिफोर्निया, वर्जीनिया आदि शहरों की सडक़ परियोजनाओं का अध्ययन करना है। विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह डॉ. कमलप्रीत सिंह भी उनके साथ जाने वाले हैं। यह दौरा 20 से 30 अगस्त तक निर्धारित था, लेकिन वीजा मिलने में देर हो गई। शनिवार, रविवार और कृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी के बाद 27 अगस्त को वीजा जारी हो जाने की उम्मीद थी। डिप्टी सीएम और सचिव 26 को दिल्ली रवाना हो गए। मगर, वीजा किसी कारण से अब तक नहीं मिला। यह देरी वीजा का आवेदन करने में देरी के चलते हुई, प्रक्रिया या दस्तावेजों में कोई कमी रह गई है या तकनीकी कारण यह अभी साफ नहीं हुआ है। यदि एक या दो दिन में वीजा जारी भी हो गया तो पहले से निर्धारित शेड्यूल के अनुसार हो नहीं पाएगा। अब नए सिरे से दौरा कार्यक्रम बनाना होगा।

पुल के नीचे भी नदी, ऊपर भी

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें हालिया बारिश के दौरान नासिक के गोदावरी नदी पर स्थित पंचवटी फ्लाईओवर पर बहते, नीचे गिरते पानी का नजारा है। पुल का निर्माण एलएंडटी और फुटपाथ का निर्माण अशोका बिल्डकॉन द्वारा किया गया है। हम अक्सर टैक्स में वृद्धि की शिकायत करते हैं, लेकिन यह मांग नहीं करते कि सरकार हमारे पैसे का सही इस्तेमाल करे। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को मनोरंजक लहजे में पेश किया जा रहा है, पर यह हाल में करोड़ों की लागत से हुए अनेक घटिया निर्माण कार्यों का एक और नमूना है।

(rajpathjanpath@gmail.com)


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