राजनांदगांव
आरोपियों के खातों में करोड़ों का संदिग्ध ट्रांजेक्शन का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 नवंबर। ऑनलाइन साइबर फ्रॉड से अर्जित करोड़ों रुपए के लेनदेन में संलिप्त तीन म्युल खाता धारकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के खातों में करोड़ों रुपए का संदिग्ध ट्रांजेक्शन पाया गया। आरोपियों को गंभीर धाराओं में न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित समन्वय पोर्टल से प्राप्त महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर खैरागढ़-छुईखदान-गंडई पुलिस को सायबर धोखाधड़ी संबंधी इनपुट प्राप्त हुआ। प्रभावी कार्रवाई करते ऑनलाइन साइबर फ्रॉड से अर्जित करोड़ों रुपए के लेनदेन में संलिप्त तीन म्युल खाता धारकों को गिरफ्तार किया गया।
समन्वय पोर्टल से प्राप्त सूचना के परीक्षण में यह पाया गया कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा खैरागढ़ के निम्न तीन खातों में ऑनलाइन ठगी से अर्जित अवैध धनराशि जमा की गई। जिसमें यज्ञदत्त यादव 29 वर्ष निवासी खजरी थाना घुमका, भोजराम वर्मा 29 वर्ष एवं नारद रजक 28 वर्ष निवासी नवागांव कला थाना खैरागढ़ के खातों में कुल 8 करोड़ 65 लाख 16 हजार 376 रुपए का ट्रांजेक्शन पाया जाना प्रमाणित करता है कि आरोपियों ने अपने बैंक खातों का उपयोग अवैध धन के हेरफेर के लिए किया। इस पर थाना खैरागढ़ में धारा 317(2), 317(4), 318(4), 61(2) (ए) भा.न्यास.स. तथा 66-डी आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई।
सूत्रों के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष अनुसंधान टीम गठित की गई। टीम द्वारा संदिग्धों की सतत निगरानी एवं खोजबीन की गई। मुखबिर की सूचना पर अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गई। कार्रवाई के दौरान सभी तीनों खाता धारकों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उन्होंने साइबर धोखाधड़ी में संलिप्तता स्वीकार की। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर 15 नवंबर को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। प्रकरण में अन्य की संलिप्तता के संबध में अनुसंधान जारी है।


