राजनांदगांव

जिले में गणेश उत्सव की तैयारियां शुरू, मूर्तियां ले रही आकार
22-Aug-2025 3:52 PM
जिले में गणेश उत्सव की तैयारियां शुरू, मूर्तियां ले रही आकार

शहर के चौक-चौराहों पर सज रहे पंडाल, परंपरागत तरीके से मनेगा गणेशोत्सव पर्व

छत्तीसगढ़ संवाददाता

राजनांदगांव, 22 अगस्त।  गणेश चतुर्थी का पर्व अभी सप्ताहभर शेष है, लेकिन इस उत्सव को लेकर छोटी-बड़ी समितियों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। पंडालों को सजाया जाने लगा है। दूसरी ओर मूर्तिकारों द्वारा भगवान श्रीगणेश की विभिन्न मुद्राओं में आकर्षक प्रतिमाएं तैयार की जा रही है। इस बार भी नयनाभिराम स्वरूप में भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी।

संस्कारधानी राजनांदगांव में परंपरागत तरीके से गणेशोत्सव का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मूर्तियों को आकार देने कलाकार जुटे हुए हैं। चौक-चौराहों से लेकर शहर के आउटर में मूर्तियों को आकार दिया जा रहा है। इस बार भी गणेश पर्व के दौरान भगवान श्रीगणेश की विभिन्न मुद्राओं में मूर्तियां नजर आएगी। इसके लिए कलाकार जुटे हुए हैं। 10 से 12 फीट तक की मूर्तियों को आकार दिया जा रहा है। दूसरे प्रांत व जिलों के मूर्तिकार भी शहर में डेरा डाले हुए हैं और मूर्तियों को आकार दे रहे हैं।

ज्ञात हो कि नांदगांव शहर सहित अंचलभर में गणेशोत्सव का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 11 दिनों तक मनाए जाने वाले इस पर्व के दौरान गणेश समितियों द्वारा शहर के सभी चौक-चौराहों पर मूर्तियां स्थापित की जाती है। इस वर्ष भी स्थानीय तथा बाहर से आए कलाकारों द्वारा मूर्तियों को आकार दिया जा रहा है। छोटी मूर्तियों से लेकर 12 फीट तक मूर्तियां तैयार की जा रही है। विघ्नहर्ता की मूर्तियो को आकार देने में कलाकार पूरी तरह से जुटे हुए हैं।

 नांदगांव जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले ममता नगर चौक से लेकर महावीर चौक, पोस्ट ऑफिस चौक, पुराना  बस स्टैंड चौक, अग्रवाल ट्रांसपोर्ट चौक, लखोली चौक, चिखली, बसंतपुर, स्टेशनपारा, अस्पताल चौक सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर 100 से अधिक मूर्तियां स्थापित की जाती है। शहर के वार्डों में भी मूर्तियां स्थापित होती है। अब घर-घर में भी श्रीगणेश की मूर्तियां स्थापित होने लगी है। ऐसे में मूर्तिकार भी भगवान श्रीगणेश की विभिन्न मुद्राओं के साथ-साथ मूर्तियां तैया की जा रही है। इस बार के गणेश पर्व में भी विघ्नहर्ता विभिन्न आकारों में विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद देते नजर आएंगे।

27 को विराजेंगे विघ्नहर्ता

सिद्धी विनायक भगवान श्रीगणेश यानी विघ्नहर्ता लंबोदर महाराज 27 अगस्त को पंडालों और घरों में विराजेंगे। इसी के साथ ही संस्कारधानी में 11 दिनों तक गणेशोत्सव की धूम रहेगी। गणेश चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्थापित किया जाएगा। स्थल सजावटों के साथ-साथ घरों में भगवान  श्रीगणेश की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना होगी।  गणेश उत्सव के लिए शहर के प्रमुख समितियों की ओर से तैयारी कर ली गई है।

शहर के गंज लाइन, कामठी लाइन, रामाधीन मार्ग समेत अन्य प्रमुख मार्गों में पंडाल में भगवान श्रीगणेश की स्थापना होगी। आकर्षक एवं अलग-अलग रूपों में भगवान श्रीगणेश की मूर्तियों का लोग दर्शन करेंगे। शुरूआत के एक-दो दिन बाद विसर्जन तक शहर का वातावरण धार्मिकमय हो जाता है। इस बीच बुधवार को गणेश चतुर्थी पर विघ्नहर्ता के विराजते ही गणेश पर्व उत्सव का आगाज होगा। उधर गणेश उत्सव के प्रारंभ होने से पहले ही झांकियों की तैयारी भी शुरू हो गई है। प्रदेश में ख्यातिप्राप्त झांकी विसर्जन अरसे से आकर्षण का केंद्र रहा है। लिहाजा रायपुर, दुर्ग एवं आसपास के जिलों से भी झांकी विसर्जन के दिन लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। फिलहाल बुधवार से गणपति बप्पा की गंूज सुनाई देगी।

0 पंडालों और घरेां में गूंजेगी बप्पा के जयकारे

संस्कारधानी में 27 अगस्त से लंबोदर महाराज के जयकारे की गंूज गली-मोहल्ले में सुनाई देगी। विशालकाय गणेश की प्रतिमा के साथ जहां स्थल सजावट आकर्षण के केंद्र होंगे। वहीं घरों में भी बप्पा मोरिया की जय-जयकार होगी। गणेश चतुर्थी पर्व पर शहर कृत्रिम रौशनी में जगमग होगा। भगवान श्रीगणेश के दर्शन के लिए पूरे भक्तों की भीड़ सडक़ों पर नजर आएगी। इधर स्थल सजावट के जरिये भगवान लंबोदर महाराज का विभिन्न रूप भक्तों को देखने का अवसर मिलेगा। स्थल सजावट के लिए शहरभर की दर्जनों समितियां पखवाडेभर पूर्व से तैयारी में जुटी है। समितियां  इस बार भी उत्कृष्ट अंदाज में गणेश पर्व को मनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। इस बीच ग्रामीण इलाकों से समितियों के सदस्यों द्वारा प्रतिमा की तैयारियों को देखने मूर्तिकारों के पास पहुंच रहे हैं।  शहर के चौक-चौराहों में स्थल सजावट के लिए पंडाल लगाने का क्रम शुरू हो गया है। वहीं भगवान गणेश की विशालकाय से लेकर छोटी मूर्तियां अंतिम रूप ले रही है। इस बीच राजनांदगांव शहर में गणेश चतुर्थी पर्व पर जगह-जगह चहल-पहल होगी। शहर के अंदरूनी और भीतरी इलाकों में विद्युत सजावट के साथ रात को अलग ही नजारा दिखाई देगा। रात को जहां डीजे के जरिये भक्तिमय गीत से वातावरण अलग होगा। वहीं मूर्तियों के दर्शन करने आधी रात तक लोगों को हुजुम भी उमड़ेगा।


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