राजनांदगांव
पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में जिले के 1 लाख 5 हजार 252 किसानों को 22 करोड़ 61 लाख रुपए का भुगतान आधार बेस्ट प्रणाली के माध्यम से किया। यह दिन जिले में पीएम किसान दिवस के रूप में मनाया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी में आयोजित कार्यक्रम से सांसद संतोष पांडे वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
सांसद संतोष पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से अन्नदाता किसानों को सम्मान देने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। प्रधानमंत्री ने किसानों को फायदा एवं राहत देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में जिले के 1 लाख 5 हजार 252 किसानों को 22 करोड़ 61 लाख रुपए का भुगतान आधार बेस्ट प्रणाली के माध्यम से किया है।
उन्होंने कहा कि इस अच्छी बात की चर्चा हर घर एवं गली-महोल्ले में होनी चाहिए। उन्होंने सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत राशि मिलने पर सभी किसानों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी के परंपरागत तरीकों से लेकर आज के आधुनिक दौर में तेजी से बदलाव आए है।
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। जिससे किसान आर्थिक दृष्टिकोण से सशक्त हो रहे है। उन्होंने किसानों को आह्वान करते कहा कि जल संरक्षण के लिए सभी किसान कार्य करें। उन्होंने जिले में आधुनिक तरीके से जल संरक्षण के लिए रिचार्ज सॉफ्ट एवं इंजेक्टशन वेल की तकनीक को अपनाने प्रशंसा की। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को अवश्य सुने। उन्होंने किसानों को जानकारी देने के लिए लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया तथा किसानों को अरहर मिनी किट, केसीसी कार्ड एवं स्वाईल हेल्थ कार्ड का वितरण किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ विकास पथ की ओर अग्रसर है। मेहनतकश अन्नदाताओं के कारण हमें अन्न मिलता है। उनकी मेहनत तथा धान की फसल के कारण छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है। उन्होंने किसानों से आग्रह करते कहा कि ग्रीष्म ऋतु में धान की फसल नहीं लगाएं। ऐसे किसानों ने जिन्होंने ग्रीष्म ऋतु में धान की फसल लगाई थी, उनके धान की फसल को पानी की कमी के कारण नुकसान तो हुआ ही और बोरवेल का पानी भी समाप्त हो गया। जिले में पानी की कमी की समस्या को दूर करने हम सभी को जल संरक्षण करना है।
उप संचालक कृषि टीकम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एक खास योजना है। जिसके अंतर्गत किसानों को उनकी खेती किसानी के दिनों में अप्रैल, अगस्त एवं दिसम्बर में राशि प्रदान की जाती है। पहली किस्त जब किसान खेती की तैयारी के समय व्यस्त रहते है, दूसरी किस्त अगस्त में निदाई, गुड़ाई के समय तथा तीसरी किस्त फसल कटाई के समय प्रदान की जाती है। आज जिले के 1 लाख 5 हजार 252 किसानों को 22 करोड़ 61 लाख रूपए का भुगतान आधार बेस्ट प्रणाली के माध्यम से किया गया है। इस दौरान ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरक छिडक़ाव का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर प्रतिमा चंद्राकर, देवकुमारी साहू, हर्षी चंद्राकर, पूर्णिमा साहू, सुग्रीव साहू, बिसेसर दास साहू, डॉ. विनम्रता जैन, सौरभ कोठारी, रविन्द्र वैष्णव, खिलेश्वर साहू, लीलाधर साहू, रोहित चंद्राकर, कृष्णा तिवारी, मधुसुकृत साहू, सुरूचि सिंह, डॉ. गुंजन झा, संतलाल देशलहरे, विरेन्द्र अनंत, रूपलता गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।


