राजनांदगांव

बच्चों ने रचाया गुड्डे-गुडिय़ों का विवाह
01-May-2025 2:49 PM
बच्चों ने रचाया गुड्डे-गुडिय़ों का विवाह

बच्चे सप्ताहभर से जुटे रहे घर-आंगन सजाने

छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मई।
अक्षय तृतीया पर्व व भगवान परशुराम की जयंती बुधवार को धूमधाम से मनाई गई। अक्षय तृतीया पर्व पर घर-घर में गुड्डे-गुडिय़ों का ब्याह कृत्रिम रूप से रचाने के लिए बच्चों में जहां उत्साह नजर आया और सुबह से ही गुड्डे-गुडिय़ों की शादी रचाने मंडप व अन्य तैयारियों में जुटे हुए थे। वहीं लोगों ने सुबह से ही मंदिरों में पहुंचकर भगवान परशुराम महोत्सव को लेकर तैयारी में जुटे हुए थे। 

घर-आंगन में बच्चों ने परंपरानुसार गुड्डा-गुडिय़ा का विवाह रचाया। वहीं घर-आंगन को फूल-पत्ते, डंगाल आदि से सजाए हुए थे और लोगों को गुड्डे-गुडिय़ों की शादी के लिए निमंत्रण भी दिए गए थे। यह पर्व शहर सहित ग्रामीण इलाकों के बच्चों ने धूमधाम व उत्साहपूर्वक मनाया। इधर बच्चों के पालकों ने भी बच्चों द्वारा गुड्डा-गुडिय़ों की शादी रचाने की तैयारियों में उनका साथ भी दिया। वहीं बच्चों द्वारा गुड्डे-गुडियों की शादी के लिए मंडप की साज-सजावट की थी और बच्चों के बीच से ही कोई घराती बना तो कोई बाराती बना और बाजे-गाजे के साथ बारात भी निकालकर बच्चे झूमते नजर आए। 

इस आयोजन के लिए बच्चों ने अपने परिजनों व दोस्तों समेत अन्य लोगों को आमंत्रित भी किया था। इस आयोजन के लिए बच्चों ने गुड्डे-गुडियों का पारंपरिक रूप से चुलमाटी, तेल हल्दी व बारात निकालकर फेरे भी लगवाए और परिजनों सहित अन्य लोगों को गुड्डे-गुडिय़ों के वैवाहिक आयोजन के लिए आमंत्रित किया गया था। वहीं बड़ी संख्या में बच्चों द्वारा गुड्डा का बारात भी निकाला गया। बारात सामाप्ति के पश्चात टिकावन का नियम कर लोगों को टिकावन के लिए आमंत्रित भी किए गए। इस आयोजन के लिए देर रात तक बच्चे गुड्डे-गुडिय़ों की शादी रचाने में व्यस्त रहे। सप्ताहभर पूर्व से ही बाजार में गुड्डा-गुडिय़ा बिक्री के लिए बाजार में पहुंच चुकी थी और अक्षय तृतीया पर्व पर इसकी मांग भी देर शाम तक बनी रही।

 

बाजा की धुन में झूमते रहे बाराती
अक्षय तृतीया पर्व पर अबूझ मुहूर्त होने से शहर तथा अंचलभर में सर्वाधिक शादियां भी हुई। अक्षय तृतीया पर्व होने के चलते बुधवार को शहर व अंचलभर में सैकड़ों शादियां भी हई। वहीं दिनभर शहनाईयों की धुन सुनाई देती रही। दिनभर बारातियों के आवागमन का क्रम चलता रहा। शहरी समेत देहात इलाकों में लोग बारात जाने उत्साहित नजर आए। वहीं कहीं-कहीं लोग बाराती बाजा में बच्चों के साथ युवक-युवतियों के अलावा अन्य वर्ग के लोग भी ठुमके लगाने से पीछे नहीं रहे।

बसों में उमड़ी यात्रियों की भीड़
वैवाहिक मुहूर्त होने के चलते बसों व यात्री वाहनों में लोगों की भीड़ नजर आई। अक्षय तृतीया पर्व पर अबूझ मुहूर्त होने और शादियों का क्रम होने से बसों, ट्रेनों और अन्य वाहन कल दिनभर सडक़ों में दौड़ती नजर आई। वहीं यात्री बसों में सवारियों की अधिक भीड़ नजर आई। महिलाएं बच्चों के साथ भीड़भरे वातावरण में सफर करने मजबूर हुए। वहीं बुजुर्ग वर्ग की महिलाएं और पुरूष भी शादियों में अपने गंतव्य तक पहुंचने की होड़ में भीड़ और उमस भरे वातावरण को नजर अंदाज किया।

 


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