राजनांदगांव
मंदिरों के महाकुंभ में देश-विदेश के प्रतिनिधियों ने की शिरकत
राजनांदगांव, 22 फरवरी। तिरूपति आंध्रप्रदेश में 17 से 19 फरवरी तक आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन एवं प्रदर्शनी 2025 में मां पाताल भैरवी मंदिर बर्फानी धाम राजनांदगांव ने प्रभावशाली भागीदारी निभाई। इस आयोजन का उद्देश्य मंदिरों के डिजिटलीकरण, सूचनाओं के प्रसारण और उनके सुव्यवस्थित प्रबंधन को सशक्त बनाना था।
तिरूपति के आशा कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की उपस्थिति रही। आयोजन में 27 देशों के मंदिर प्रतिनिधियों, धर्मशालाओं और आध्यात्मिक चैरिटी संगठनों समेत लगभग 1600 प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। सम्मेलन में मंदिरों की सुरक्षा उपाय, आपदा प्रबंधन, तीर्थाटन प्रबंधन और तकनीकी सक्षमता पर विभिन्न चर्चाएं, कार्यशाला और प्रस्तुतियां आयोजित की गई।
आयोजन में मां पाताल भैरवी मंदिर राजनांदगांव को एक विशेष स्थान मिला। कमलेश सिमनकर द्वारा निर्मित और वीरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा लिखित सात मिनट के वृतचित्र को प्रस्तुत किया गया। जिसमें मंदिर की दिव्यता, ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्ता को प्रभावशाली तरीके से दर्शाया गया था। मंदिरों के महाकुंभ (आईटीसीएक्स 2025) में मां पाताल भैरवी मंदिर का प्रतिनिधित्व बर्फानी सेवाश्रम समिति के अध्यक्ष राजेश मारू, महामंडलेश्वर महंत गोविंद दास महाराज, कमलेश सिमनकर और वीरेन्द्र बहादुर सिंह ने किया। उनकी उपस्थिति ने मंदिर को वैश्विक मंच पर विशेष पहचान दिलाई।


