राजनांदगांव

पहले भी आत्महत्या को लेकर किए थे प्रयास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। शहर के फोटोकॉपी प्रतिष्ठान से जुड़े कपड़ा व्यवसायी व कैलाश नगर निवासी 54 वर्षीय सुनील ठक्कर की लाश शनिवार को मोहारा नदी में मिली। पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुटी है।
बसंतपुर थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि व्यापारी की विशुद्ध रूप से नहाने के दौरान डूबने से मौत हुई है। पुलिस हर बिन्दुओं की जांच कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार शाम लगभग 4 बजे सुनील ठक्कर मोहारा स्थित शिवनाथ नदी पहुंचा था, जहां नदी के बीचों-बीच बिना रेलिंग के पुल पर बैठकर उसने कपड़े उतारे, जहां अचंभित लोगों ने मन: स्थति को भांपा और उसे बिना रेलिंग वाली पुल से हटाया।
सूत्रों का कहना है कि उसके मोबाइल में लगातार बार-बार घंटी भी आ रही थी, लेकिन वह फोन रिसीव नहीं कर रहा था और तनाव में भी नजर आ रहा था। लोगों की भीड़ को देखकर और हिदायत के बाद वह फिर आगे दूसरे स्थान पर गया, जहां वह नदी में उतरकर डूबने लगा और आखिरकार अपनी इहलीला समाप्त करने में सफल हुआ।
सूत्रों का कहना है कि कहीं न कहीं व्यक्तिगत रूप से वह परेशान था, ऐसी चर्चा दबी जुबान से शहर में चल रही है। शहर में चल रही चर्चा की माने तो घटना से पहले भी उसने सुसाइड के लिए प्रयास किया था तथा उसे पूर्व में लोगों ने बचाया और घर तक भी पहुंचाया, ऐसी जानकारी सूत्रों से मिल रही है। सूत्रों का कहना है कि उसका गुजरात और देवादा में भी इलाज चल रहा था।
एक दिन पहले मनाया था जन्मदिन
शिवनाथ नदी में डूबे व्यापारी का सुनील ठक्कर ने घटना से एक दिन पहले 8 नवंबर को जन्मदिन मनाया था। दुर्ग के एक आलीशान होटल में उसने परिजनों के साथ जन्मदिन की खुशियां बांटी और अगले दिन शाम को उसकी नदी में डूबने की खबर सामने आई।
सवाल यह उठ रहा है कि आर्थिक रूप से संपन्न व्यापारी को नदी की ओर जाने की जरूरत क्या पड़ी। हालांकि नदी में उतरने से पहले व्यापारी ने अपने कपड़े और मोबाइल किनारे में रखा था। कुछ लोगों ने उसे नदी में डुबकी लगाते भी देखा। अचानक वह लापता हो गया।