राजनांदगांव

पौराणिक गाथाओं के आकर्षण ने खींचा भक्तों का ध्यान
18-Sep-2024 3:18 PM
पौराणिक गाथाओं के आकर्षण ने खींचा भक्तों का ध्यान

परंपरागत झांकियों के साथ युवा थिरके, उमड़ा जनसैलाब

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 18 सितंबर। परंपरागत विसर्जन झांकी के लिए ख्याति प्राप्त राजनांदगांव में नयनाभिराम झांकियों की एक झलक पाने के लिए बीती रात शहर की सडक़ों में जनसैलाब उमड़ा। समितियों ने विसर्जन झांकियों को अद्भुत स्वरूप दिया था। आकर्षक लाईटिंग के साथ विशालकाय आर्च और मूविंग मूर्तियां रातभर  विसर्जन झांकी रूट में दिखाई दी। पौराणिक गाथाओं और लोक संदेशों से जुड़े झांकियों का नजारा देखने के लिए रातभर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी रही।  इस वर्ष शहर के मुख्य मार्गों में लगभग दो दर्जन से अधिक झांकियों ने भक्तों का मन मोहा। झांकियों के साथ युवाओं की टोली रास्ते में एक काफिले की तरह आगे बढ़ी। युवा वर्ग झांकियों के आगे परंपरागत गीतों में थिरकते नजर आए। हर साल शहर में गणेशोत्सव के आखिरी दिन झांकियों का नजारा ऐतिहासिक होता है। यही कारण है कि दर्जनों झांकियों को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग जुटते हैं। इस साल जिला और पुलिस प्रशासन ने विसर्जन झांकियों के लिए रूट चार्ट तैयार किया था, जहां से ही झांकियां निकाली गई। इधर शहर के मार्गों से निकली धार्मिक संदेशों पर आधारित झांकियां लोगों को भा गई। शहर में करीब 2 दर्जन से अधिक झांकियां अपने तय रूट से निकली। झांकी के लिए युवा टोली की तैयारी पहले से थी।  लोगों ने प्लेटफार्मो में खड़े होकर रातभर झांकियों का दर्शन किया।  इस बार के विसर्जन झांकियों में देवी-देवताओं के कथाओं पर आधारित मूविंग झांकियां तैयार की गई थी। ब्रम्हा, विष्णु, महेश के अद्भुत झांकी को लेकर भगवान राम तथा श्रीकृष्ण की लीलाओं को लेकर झांकी निकाली गई। इसके अलावा रामभक्त हनुमान की भक्ति से लेकर अन्य कथाओं पर आधारित मूविंग झांकिया निकली। देर शाम विसर्जन झांकियों के निकलने का शुरू हुआ।

 रातभर विसर्जन झांकियां अपने  तय रूट पर निकलती रही, जिसे देखने लोगों की भीड़ सडक़ों पर नजर आई। इधर शहर में पुलिस की तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण बिना किसी रूकावट के झांकी विसर्जन पर्व समाप्त हुआ। पुलिस की चप्पे-चप्पे में तैनाती होने के कारण असामाजिक तत्वों पर निगरानी रही। युवाओं को संभालने के लिए पुलिस की तगड़ी मोर्चाबंदी रही।

पुलिस की रही तगड़ी मोर्चाबंदी

विसर्जन झांकी में विवाद और शांति व्यवस्था को सम्हालने के लिए पुलिस के जवान शहर के अलग-अलग हिस्सों में तैनात नजर आए। पुलिस विभाग ने शहर में विसर्जन झांकी के लिए करीब 700 जवानों को तैनात किया था। इस बार विसर्जन झांकी अपने तय रूट  मानव मंदिर चौक, सिनेमा लाईन, हलवाई लाईन, भारमत माता चौक, कामठी लाईन, सुरजन गली से रामाधीन मार्ग, तिरंगा चौक होते हुए गंज चौक से मोहारा में बने विसर्जन कुंड के लिए निकाली।

टोकन के साथ निकली झांकियां

विसर्जन झांकी को लेकर झांकी समितियों ने टोकन  लेकर तय रूट पर आगे बढ़ती नजर आई। ज्ञात हो कि प्रशासन ने पूर्व में स्पष्ट कर दिया था कि पुरस्कार सिर्फ उन्हीं समितियों को दिया जाएगा, जो टोकन के साथ रूट पर आगे बढ़ेंगे। मंगलवार देर शाम से विसर्जन झांकी समितियों ने तय रूट पर आगे बढऩे तैयारियां शुरू कर दी थी। इधर शाम से ही शहर समेत ग्रामीण और अन्य जिलों से लोग विसर्जन झांकी की परंपरा को बरकरार रखने के लिए विसर्जन झांकी देखने शहर में पहुंचते रहे और झांकियों का आनंद लिया।

 विसर्जन करने जुटे रहे श्रद्धालु

अनंत चतुर्थदशी के अवसर पर मंगलवार को मोहारा नदी स्थित विसर्जन कुंड में भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को विसर्जित करने का सिलसिला चलता रहा। हवन-पूजन के पश्चात लोग घरों और पंडालों में विराजित भगवान श्रीगणेश को जयकारों के साथ विसर्जित करते नजर आए। नगर निगम की टीम ने बड़ी मूर्तियों को विसर्जित करने की व्यवस्था की गई थी।

 वहीं विसर्जन कुंड के समीप श्रद्धालुओं ने विसर्जन से पूर्व भगवान  श्रीगणेश की पूजा-अर्चना कर परिवार की मंगलकामना को लेकर कामना की। इस दौरान भगवान श्रीगणेश के जयघोष भी लगाए गए।


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