राजनांदगांव

नाला चौड़ीकरण और अतिक्रमण नहीं हटने से नाराज पार्षद गुप्ता कल से करेंगे आमरण अनशन
30-Jul-2024 3:44 PM
नाला चौड़ीकरण और अतिक्रमण नहीं हटने से नाराज पार्षद गुप्ता कल से करेंगे आमरण अनशन

इंदिरा नगर नाला चौड़ीकरण और अतिक्रमण हटाने की मांग पर करेंगे अनशन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई।
इंदिरा नगर वार्ड के पार्षद  राजेश गुप्ता उर्फ चंपू अपने वार्ड के नाला निर्माण के अधूरा होने, चौड़ीकरण और नाला में किए गए अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर कल बुधवार से आमरण-अनशन करेंगे। पार्षद गुप्ता ने आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन और निगम को उक्त मांगों पर उचित कार्रवाई करने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया था। सप्ताहभर गुजरने के बावजूद ज्ञापन पर विचार नहीं किया गया। जिसके चलते कल 31 जुलाई से उन्होंने आमरण-अनशन करने का ऐलान किया है।

मंगलवार को प्रेसवार्ता में गुप्ता ने बताया कि वार्ड नं. 41 स्थित इंदिरा नगर के पीछे बने आधा-अधूरा नाला व नाले के ऊपर तथा आसपास अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर जिला प्रशासन को सप्ताहभर का समय दिया गया था और कार्रवाई नहीं होने की दिशा में अनशन शुरू करने की सूचना दी गई थी। सप्ताहभर गुजर जाने के बाद भी जिला व नगर निगम प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि मजबूरन जनहित में जब तक उक्त मांगे पूरी नहीं हो जाती है, तब तक वह कल 31 जुलाई से नगर निगम के प्रवेश द्वार के बाजू में धरना प्रदर्शन करेंगे।  

श्री गुप्ता ने बताया कि धरना प्रदर्शन को लेकर एसडीएम से अनुमति की मांग की गई है।  पार्षद गुप्ता ने कहा कि इंदिरा नगर स्थित नाले में लगभग आधा श्हर का गंदा पानी तथा बारिश का पानी इंदिरा नगर स्थित नाले से पीछे से बहता हुआ जाता है। 

उन्होंने कहा कि 2007 में उक्त कच्चे नाले की चौड़ाई 30 से 35 फीट एवं गहराई 8 से 10 फीट होने से गंदा पानी एवं बरसात का पानी आसानी से निकल जाता था। 30 करोड़ रुपए की लागत से होने वाले इस नाले की चौड़ीकरण के लिए 01 मार्च 2018 जारी किया गया था। जिसमें ठेकेदार द्वारा महज 2 माह कार्य करने के पश्चात कुछ राशि भुगतान लेकर कार्य बंद कर दिया गया। ठेकेदार द्वारा कार्य बंद करने के बाद बालोद मार्ग के पास रहने वाले आशीष पटेल, शांतिलाल जैन एवं सूर्यकांत चितलांग्या द्वारा नाले पर अतिक्रमण कर नाले की चौड़ाई 5 फीट कर दिया गया। जिसके कारण नाले का जल निकासी की चौड़ाई कम हो गया। जिससे क्षेत्र में पानी भर जाता है।  

पार्षद गुप्ता ने आगे बताया कि 30 करोड़ की लागत से होने वाले चौड़ीकरण को लेकर आयुक्त को कई लिखित व मौखिक रूप से संज्ञान लाया गया है। इसके बाद भी अफसरों की नींद नहीं खुली और इंदिरा नगर के लोगों को आज पर्यन्त बरसात में एक पानी के टापू में जलमग्न व जलभराव की स्थिति से दो-चार होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य रूप से 5 मई 2018 तक ठेकेदार को 93 लाख 78 हजार 400 रुपए का भुगतान कर दिया गया। जबकि आज दिनांक तक नाला चौड़ीकरण अधूरा रह गया। वहीं नाला चौड़ीकरण कार्य अवधि 2019 कार्यादेश में स्पष्ट रूप से अंकित है।


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