राजनांदगांव

कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 मई। कर्नाटक विधानसभा में अपनी चुनावी हार की सुनिश्चितता से हतोत्साहित भाजपा इस स्तर तक गिर चुकी है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और उनके पूरे परिवार की हत्या कर देना चाहती है। भाजपा के विधायक महासचिव मदन दिलावर द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष 80 वर्ष के हैं, भगवान उन्हें कभी उठा सकते हैं, का कथन कर अपनी ओछी मानसिकता प्रमाणित की थी। वहीं अब चितपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवारए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बोम्मई के चहेते मणिकांत राठौड़ का ऑडियो लीक हुआ है। जिसमें वो साफ-साफ मल्लिकार्जुन खडग़े और उनके पूरे परिवार की हत्या की साजिश रचते नजर आ रहे हैं।
शहर व जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में इन भाजपा नेताओं के विरुद्ध आईपीसी की धारा 120बी, 294, 506, 153(ढ्ढ), ।295 (ढ्ढ), 505(1) के तहत अपराध दर्ज करने शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा की अगुवाई में जिला कांग्रेस प्रवक्ता रूपेश दुबे, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष राजू खान, महामंत्री झम्मन देवांगन, अमित चंद्रवंशी, योगेन्द्र प्रताप सिंह, शरद खंडेलवाल, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष आसिफ अली, शमशुद्दीन सैफी, पार्षद सिद्धार्थ डोंगरे, मनीष गौतम, खैरूनिशा, अमित जंघेल, राजेश सिंह चंदेल, सुरेन्द्र गजभिये, नारायण सोनी, विष्णु सिन्हा, रूपेश साहू, हितेश गोन्नाडे, प्रवीण मेश्राम व कांग्रेसजनों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सौंपा।
शहर अध्यक्ष छाबड़ा ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा नेतृत्व ध्रुवीकरण, धमकी और सांप्रदायिकता जैसे कई हथकंडे अपनाकर देख चुकी है, फिर भी अपनी करारी हार उन्हें साफ साफ नजर आ रही है। जिससे वे बौखलाए हुए हैं। उसी बौखलाहट में हिंसा और दुष्प्रचार का सहारा लेने लग गयी है। कभी धार्मिक उन्माद फैलाकर जनता का ध्यान मुद्दे से हटाने तो कभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को परिवार सहित मारने की बातें की जा रही है। भाजपा सत्ता के हाथ से जाने के डर से इतना स्तरहीन हो चुकी है। भाजपा के महासचिव व विधायक मदन दिलावर द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष खडग़े की मृत्यु की कामना के बाद चितपुर भाजपा प्रत्याशी मणिकांत राठौर के ऑडियो से हत्या की साजिश का पर्दाफाश होने से सत्ता की चाहत में भाजपा के आपराधिक व कलंकित चेहरे से अशांति का माहौल निर्मित हो गया है। जिसका एकमात्र कारण दोनों भाजपा नेताओं का आपराधिक कृत्य और शीर्ष भाजपा नेतृत्व का इन्हें मौन समर्थन है।
इन पर कार्रवाई आवश्यक है, ताकि निर्वाचन लोकतंत्र साजिश हत्या मृत्यु सहित आपराधिक मानसिकता के अपराध से मुक्त रहे।