राजनांदगांव

डीईओ ठाकुर ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण
राजनांदगांव, 12 जुलाई। राजनंादगांव डीईओ आरएल ठाकुर ने गत् दिनों छुईखदान विकासखंड के साल्हेवारा व नचनिया स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान समग्र शिक्षा राजनांदगांव एपीसी सतीश ब्यौहरे एवं छुईखदान बीईओ जीके सुधाकर शामिल थे।
डीईओ श्री ठाकुर ने निरीक्षण के दौरान हायर सेकंडरी स्कूल साल्हेवारा में स्कूल भवन, शिक्षकीय स्टॉफ स्टॉफ, बैठक व्यवस्था आदि के संबंध में प्राचार्य विनीत दास से जानकारी ली। साथ ही स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में आ रहे आवेदनों के स्टेटस रिपोर्ट का जायजा लिया। डीईओ ठाकुर ने प्राचार्य व हॉस्टल अधीक्षिका की उपस्थिति में कन्या व बालक छात्रावास का भी निरीक्षण किया एवं वहां की व्यवस्था में सुधार लाने आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने साल्हेवारा मिडिल स्कूल में बच्चों के पठन, लेखन, भाषा एवं गणितीय कौशल को भी परखा। यहां अंग्रेजी विषय से संबंधित प्रश्नों का बच्चों द्वारा सही जवाब नहीं देने पर शिक्षक को आवश्यक सुधार करने विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। डीईओ ने मिडिल स्कूल नचनिया के बेहतर वातावरण की सराहना की। साथ ही वाल पेंटिंग व बच्चों की स्कूल यूनिफार्म, छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक योग्यता की प्रशंसा करते अन्य स्कूलों में भी शिक्षकों व जन सहयोग से ऐसा करने का आह्वान किया। उन्होंने शिक्षकों से चर्चा करते बच्चों की पढ़ाई में सुधार लाने आवश्यक निर्देश दिया। नचनिया स्कूल में दूसरी के छात्र द्वारा नौ का पहाड़ा सुनाने पर उसकी प्रशंसा की। अधिकारियों ने प्राचार्य को मिडिल व प्राथमिक शाला के शिक्षकों का सहयोग लेकर बच्चों की शिक्षण गुणवत्ता में सुधार लाने का निर्देश दिया। शिक्षकों को समय पर शाला में उपस्थिति व समय सारिणी के अनुसार अध्यापन कार्य कराने को कहा।
निरीक्षण के दौरान जीके सुधाकर को डीईओ ने कहा कि जहां भी शिक्षकों की कमी है और एक ही परिसर में मिडिल, हाईस्कूल या प्राथमिक शाला संचालित है, वहां पर सभी शिक्षकों से सहयोग लेकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाया जाए। निरीक्षण के दौरान डीईओ ठाकुर ने बीईओ कार्यालय छुईखदान का भी आकस्मिक निरीक्षण किया । उन्होंने स्थापना शाखा, एमडीएम शाखा एवं बीआरसी कक्ष का मुआयना कर व्यवस्था सुधारने निर्देशित किया। स्थापना कक्ष के सहायक ग्रेड 2 आरके वैष्णव को सेवा पुस्तिका में आवश्यक एंट्री समय पर करने व अभिलेखों को व्यवस्थित ढंग से जमाने का आदेश दिया गया।