राजनांदगांव

दो बच्चों संग दंपत्ति झेल रहा गांव बहिष्कार का दर्द
04-Jun-2022 2:03 PM
दो बच्चों संग दंपत्ति झेल रहा गांव बहिष्कार का दर्द

डोंगरगढ़ अनुभाग के मुढिय़ा के मोरध्वज वर्मा का परिवार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जून।
डोंगरगढ़ क्षेत्र के मुढिय़ा गांव में एक परिवार का ग्रामीणों द्वारा बहिष्कार का मामला सामने आया है। पीडि़त परिवार ने बहिष्कार के चलते हो रही सामाजिक अन्याय को लेकर आला अफसरों से शिकायत की है। मुढिय़ा गांव के मोरध्वज वर्मा और उनके पत्नी और दो बच्चों का कुछ ग्रामीणों के दबाव में ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया है। बहिष्कार के कारण परिवार को सामाजिक बैठकों और अन्य कार्यक्रमों से दूर कर दिया गया है।

पीडि़त परिवार के मुखिया मोरध्वज वर्मा ने मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर, एसपी और क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों को शिकायत की है। मुढिय़ा मोहारा पुलिस चौकी में पीडि़त परिवार की शिकायत पर जांच शुरू हो गई है। मामले को डोंगरगढ़ एसडीओपी केके पटेल देख रहे हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक पीडि़त परिवार ने आत्माराम वर्मा, हीराराम वर्मा, दिनेश वर्मा, टेकराम वर्मा और रघुनाथ वर्मा पर ग्रामीणों को उकसाने का आरोप लगाया है। पीडि़त पक्ष का आरोप है कि उक्त सभी आरोपियों में से एक हीराराम वर्मा द्वारा परिवार को जानबूझकर प्रताडि़त किया जा रहा है। शिकायतकर्ता मोरध्वज वर्मा का कहना है कि गांव में सामाजिक, सांस्कृतिक आयोजनों के नाम पर चंदा उगाही की जाती है। जिसका हिसाब-किताब आरोपियों द्वारा नहीं दिया जाता। इस बात को लेकर पीडि़त ने गांव की बैठक में मामले को उठाया था। यहीं से आरोपियों द्वारा परिवार को प्रताडि़त करने की नियत से बहिष्कृत कर दिया गया। इस मामले को लेकर पीडि़त ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कहा कि मुख्यमंत्री समेत शीर्ष अधिकारियों को सामाजिक बहिष्कार के संबंध में अवगत कराया गया है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से भी शिकायत की गई है। इस बीच पीडि़त के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को थाना तलब किया है। इसके बाद आगे  कार्रवाई की जाएगी।
 


अन्य पोस्ट