रायपुर

बर्ड फ्लू के खौफ से चिकन की मांग और भाव में आई कमी
09-Jan-2021 5:19 PM
बर्ड फ्लू के खौफ से चिकन की  मांग और भाव में आई कमी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी।
देश के पांच राज्यों में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामले के कारण छत्तीसगढ़ में पोल्ट्री फार्म व्यवसाय पर संकट मंडरा रहा है। बर्ड फ्लू के खौफ के कारण  चिकेन  की मांग और भाव में भी कमी आई है। पोल्ट्री व्यवसायियों का कहना है कि बर्ड फ्लू का संक्रमण प्रवासी पक्षियों में देखने में आ रहा है। पोल्ट्री फार्म के मुर्गे मुर्गियों में अब तक बर्ड फ्लू के संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है लेकिन बावजूद इसके वर्तमान में पोल्ट्री व्यवसाय पर बर्ड 3लू का संकट मंडरा रहा है। पोल्ट्री व्यवसाय वर्ष 2006 से इस चुनौती का  सामना करता आया है और इस बार भी वह चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

पोल्ट्री विशेषज्ञ डॉ.मनोज शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सात जिलों के पोल्ट्री फार्म के मुर्गे मुर्गियों के नमूने भोपाल भेजे गए थे जिसमें बर्ड 3लू का संक्रमण नहीं पाया गया है। बालौद में मृत पाए गए कौओं की रिर्पोट फिलहाल नहीं आई है। 

मनोज शुक्ला कहते हैं फिलहाल छग में बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन यह भी सच है कि पड़ोसी राज्य सहित देश के चार राज्यों में बर्ड फ्लू के संक्रमण के कारण चिकेन की मांग में कमी आई है और हाल फिलहाल में इसके भाव में 25 प्रतिशत की कमी आई है। जो चिकेन 90 रु. में बिक रहा था वह वर्तमान में 65 रु. में बिक रहा है। बर्ड फ्लू का मामला ज्यादातर प्रवासी पक्षियों में देखने में आया है इसलिए पोल्ट्री व्यवसाय को खतरा नहीं है। पोल्ट्री व्यवसायी ऐसे भी वर्ष 2006 से इस संकट से  जूझते आ रहे हैं। पोल्ट्री व्यवसायी एहतियातन पोल्ट्री फार्म को सैनेटाइज कर रहे हैं साथ ही साथ मुर्गे मुर्गियों का वै1सीनेशन भी किया जा रहा है। 

छत्तीसगढ़ पोल्ट्री फार्म के फिरोज 2वाजा ने बताया कि वह देसी मुर्गे मुर्गियों के अलावा कडक़नाथ और बटेर का व्यवसाय करते हैं इस नाते से उनके व्यवसाय को खतरा नहीं है। पड़ोसी राज्य में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों के कारण चिकेन के डिमांड में कमी जरुर आई है। जयश्री पोल्ट्री फार्म कारोबारी ने बताया कि बर्ड फ्लू के मामले की हालाकि छत्तीसगढ़ में तस्दीक नहीं हुई है लेकिन बावजूद इसके चिके न के मांग में गिरावट आई है।
 


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