रायपुर
रायपुर, 3 नवंबर। राज्य फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के नाम पर फिर फर्जीवाड़ा सामने आया है। बताया जा रहा है कि कुछ बिचौलिए विभाग के बाबू के साथ मिलकर फर्जी रूप से रजिस्ट्रेशन किया । और मामला सामने आने पर एक फार्मासिस्ट अभिषेक चंदा पर दोष ठहराते हुए उसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इससे पहले स्टेट फार्मेसी काउंसिल ने कोई जांच नहीं की। उसकी रजिस्ट्रेशन बहाली पर रजिस्ट्रार और अध्यक्ष ने चुप्पी साध ली है। यह जानकारी देते हुए फार्मासिस्ट योगेश साहू ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर असली दोषियों और फर्जीवाड़ा करने वाले दलालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही फार्मेसी काउंसिल की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाए ताकि भविष्य में ऐसे घोटाले न हो। बताया गया है कि काउंसिल अपनी लापरवाही और भ्रष्टाचार को छुपाने निर्दोष युवाओं पर कार्रवाई कर रही है, जो न केवल अन्याय है बल्कि भविष्य के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।


