रायपुर
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 28 अगस्त। छत्तीसगढ़ अग्रवाल सभा और छत्तीसगढ़ सिन्धी समाज ने क्रांति सेना द्वारा किए गए अभद्रता पूर्ण कृत्य के खिलाफ कड़ी निंदा की है। सिंधी समाज की मंगलवार को दो बैठक हुई।
एक बैठक सिंधी समाज के पदाधिकारी महेश दरियानी, और सिंधी कौंसिल के पदाधिकारियों की हुई। इसमें अध्यक्ष ललित जैसिंघ भी थे। इसमें क्रांति सेना के पदाधिकारियों के बयानबाजी पर नाराजगी जताई गई।
सिंधी महापंचायत का आरोप है कि क्रांति सेना से जुड़े लोग सिंधी समाज के महापुरुषों, और विभिन्न समाजों के लोगों को गालियां दे रहे हैं और प्रदेश के मुखिया एवं गृहमंत्री को भी अपशब्द कह रहे हैं।
महापंचायत ने पुलिस से मांग की है कि क्रांति सेना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार जाए।
बैठक में शामिल होने वालों प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी, अमर गिदवानी, राजेश वासवानी
सचिन मेघानी, राजेश गुरनानी,किशोर आहूजा,गोविन्द वाधवानी, विनोद तलरेजा, राधाकिशन सुन्दरानी, जीतू बडवानी, पवन प्रीतवानी, रूपचंद भिमनानी,किशोर सेतपाल,शमलाल खुबचंदान,जीतू गुरमुख वाधवा
भी थे।
महापंचायत ने चेतावनी दी है कि अगर क्रांति सेना के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
इसके बाद हुए सुबह छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के श्रीचंद सुंदरानी और सदस्यों ने देवेन्द्र नगर थाने में बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। वहीं शाम को सिंधी काउंसिल छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष ललित जैसिंघ के नेतृत्व में भी सिविल लाईन थाने में एफआईआर दर्ज की जाएगी।
इससे पहले मंगलवार रात अग्रवाल सभा के सदस्यों ने भी कोतवाली पहुंच कर अमित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। अध्यक्ष विजय अग्रवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने अमित के खिलाफ धारा 299 का अपराध दर्ज किया है।
वहीं अमित बघेल का कहना है कि वह गिरफ्तारी से नहीं डरते।इस मामले में माफी नहीं मागूंगा। चाहे साय सरकार मुझे फांसी पर चढ़ा दे या गर्दन काट दे। अपने बयान पर कायम हूं। छत्तीसगढ़ को बेईज्जत करने नहीं दूंगा।


