रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 अक्टूबर। पीएम नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ आने से पहले राज्य का कर्मचारी वर्ग साय सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहा है। छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष राज्योत्सव पर कर्मचारियों की जायज मांगे पूर्ण करने कल बुधवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ सभी जिला कलेक्टोरेट में भोजन अवकाश में ध्यानाकर्षण और जागरण प्रदर्शन करेंगे।
नारेबाजी प्रदर्शन के बाद कलेक्टरों को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा जायेगा। संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेश वाढ़ेर राजधानी जिलाध्यक्ष रामचंद्र तांडी ने बताया कि संघ बीते 20 माह से अपनी 11 मांगों को लेकर लगातार सीएम, सीएस मंत्रियों से मांग के साथ क्रमिक आंदोलन करता रहा है। इसके बाद भी अनदेखी की जा रही है।
वाढ़ेर ने बताया कि केंद्र के समान देय तिथि से 58 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने, मप्र की तर्ज पर 240 दिन के स्थान पर 300 दिन का अर्जित अवकाश नगरीकरण, रमन बघेल सरकार के समय से बकाया लंबित महंगाई भत्ता की राशि देय तिथि से भुगतान, पति-पत्नी में से किसी एक की भी सेवा रहते मृत्यु हो तो भी उनके आश्रित पुत्र पुत्री या परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति देने सेवा शर्तों में संशोधन करने की मांग लंबित है।
इसी तरह से समस्त दैवेभो, अनियमित, संविदा कर्मचारी चाहे वे किसी भी संवर्ग के हो तत्काल प्रभाव से सांख्येतर पदों में नियमित स्थापना अथवा कार्यभारित स्थापना में नियमित नियुक्ति, समस्त कार्यभारित कर्मचारियों को कार्यभारित स्थापना के स्थान पर नियमित स्थापना में नियुक्ति, समस्त संवर्गों को संपूर्ण सेवा अवधि में चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान, लंबित पदोन्नत, यूपी की तरह केश लेस चिकित्सा सुविधा प्रदाय की जाए। बता दें कि यह संघ, छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन का सबसे बड़ा संगठन है। फेडरेशन ने इस प्रदर्शन को लेकर अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है। वहीं आप पार्टी के कर्मचारी भी के नेता विजय कुमार झा ने इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया।


