रायपुर

सेल्समैन ने मालिक के 1.95 लाख हड़पे, रकम जमा करने के बजाय किया गबन
26-Oct-2025 6:10 PM
सेल्समैन ने मालिक के 1.95 लाख हड़पे, रकम जमा करने के बजाय किया गबन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 26 अक्टूबर। राजधानी रायपुर के एमजी रोड स्थित अशोक ब्रदर्स सेनेटरी दुकान के संचालक राजेश अग्रवाल ने कर्मी  पर धोखाधड़ी और गबन का आरोप लगाया है। आरोप है कि अभिषेक प्रधान ने भरोसा दिलाकर उसके बैंक में जमा करने के लिए दी गई करीब ?1.95 लाख की रकम का गबन कर फरार हो गया। आरोपी पिछले दो महीने से गायब था, लेकिन हाल ही में दुकान मालिक को वह शहर में घूमता नजर आया।

मौदहापारा पुलिस के मुताबिक अनुपम नगर निवासी राजेश अग्रवाल जो "अशोक ब्रदर्स" नामक सेनेटरी दुकान का संचालन करते हैं, ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि  उनके यहां करीब 7–8 कर्मचारी काम करते हैं। उन्हीं में से एक अभिषेक प्रधान उम्र 29 वर्ष निवासी न्यू शांति नगर, थाना सिविल लाइन रायपुर करीब 4–5 सालों से सेल्समैन और रिकवरी का कार्य कर रहा था।

16 अगस्त 2025 को दोपहर लगभग 1 बजे, राजेश अग्रवाल ने अपने कर्मचारी अभिषेक प्रधान को ?1,95,000/- (एक लाख पंचानवे हजार रुपये) की नकद  आईसीआईसीआई बैंक, एमजी रोड शाखा रायपुर के करेंट अकाउंट में जमा करने के लिए दिया था। जिसे अभिषेक ने रकम जमा करने का दावा करते हुए जमा पर्ची (स्लीप) भी मालिक को सौंप दी।

मालिक ने उस समय स्लीप की जांच नहीं की, लेकिन बाद में जब दुकान का हिसाब मिलाया गया, तो पाया कि बैंक पर्ची पर ना तो बैंक की सील थी, ना ही कर्मचारी के हस्ताक्षर। बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि संबंधित खाते में उस दिन कोई राशि जमा नहीं की गई थी।

इस बीच अभिषेक ने फोन पर बताया कि वह बीमार है और काम पर नहीं आ सकता। कई दिनों तक वापस नहीं आने पर जब मालिक उसके घर पहुंचे, तो पिता रास बिहारी प्रधान ने बताया कि अभिषेक किसी बात से नाराज होकर घर छोड़ गया है और शिरडी घूमकर आने के बाद दोबारा लापता हो गया।

कुछ दिन बाद जब अखबार में अभिषेक की गुमशुदगी की खबर प्रकाशित हुई, तब दुकान मालिक ने उसके जीजा लक्ष्मीचंद भोई से संपर्क किया। जीजा ने भी बताया कि परिवारजन उसकी तलाश में हैं।

 6 अक्टूबर 2025 को दुकान मालिक ने रेल्वे स्टेशन से लौटते वक्त सर्वधर्म मंदिर के पास अभिषेक को उसकी सफेद रंग की एक्टिवा में बैठे देखा। जब उन्होंने रोकने की कोशिश की तो अभिषेक उन्हें देखकर तेजी से भाग निकला।

पीछा करने के बाद जब वे उसके घर पहुंचे तो वही एक्टिवा घर के बाहर खड़ी मिली, लेकिन अभिषेक घर पर नहीं था। इससे मालिक को यकीन हो गया कि उसने रकम गबन कर फरार होने का नाटक रचा था। बाद में दुकान के लेन-देन के मिलान में और भी गड़बडिय़ां सामने आईं। अभिषेक ने कई ग्राहकों से वसूली गई रकम का भी हिसाब मेल नहीं खा रहा था।

मामले में दुकान मालिक ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी अभिषेक प्रधान के खिलाफ धारा 316(4) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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