रायपुर

ड्राइवर महासंघ का स्टेयरिंग छोड़ो, चक्काजाम आंदोलन शुरू
25-Oct-2025 7:13 PM
ड्राइवर महासंघ का स्टेयरिंग छोड़ो, चक्काजाम आंदोलन शुरू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार से ‘स्टेयरिंग छोड़ो, चक्का जाम आंदोलन’  की घोषणा कर दी है। महासंघ ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी और प्रदेशभर में कोई भी यात्री या मालवाहक वाहन सडक़ों पर नहीं उतरेंगे। संगठन के सदस्यों ने अन्य शहरों कस्बों में पहले चक्काजाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की समझाइश के बाद वे सडक़ किनारे धरना देने लगे।

वहीं राजधानी में दोपहर तक कोई हलचल नहीं दिखी। हमारे  फोटो ग्राफर ने फोन कर प्रदर्शन  स्थल और  समय पूछने पर ड्राइवर अलग अलग बहाना बना रहे है। कोई घर में है तो कोई रास्ते में है बता रहे।

दोपहर तक न कोई जगह का पता ना कोई पंडाल कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया। बताया गया कि मंदिरहसौद में प्रदर्शन किया जाएगा। इस हड़ताल को जोहार छत्तीसगढ़, और छत्तीसगढ़ क्रांति सेना ने भी समर्थन दिया था।

ड्राइवरों की मुख्य मांगों में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदीलागू करने, ड्राइवर आयोग और ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड के गठन, कमर्शियल लाइसेंस पर बीमा की व्यवस्था, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 10 लाख रुपये और अपंगता की स्थिति में 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की मांग शामिल है।  इसके अलावा चालक हेल्थ कार्ड, 55 वर्ष की आयु पूरी होने पर पेंशन, ड्राइवरों के बच्चों को शिक्षा और नौकरी में आरक्षण, राज्य के सभी जिलों में ड्राइवर स्मारक निर्माण और ड्राइवरों के साथ मारपीट या लूट की घटना पर पांच वर्ष तक के कठोर दंड का प्रावधान करने जैसी मांगें भी रखी गई हैं।

दावा 60 हजार ड्राइवरों के समर्थन का

ड्राइवरों का कहना है कि लंबे समय मांग पत्र सौंपे जा चुके हैं, लेकिन अब तक किसी स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई. इस कारण मजबूर होकर उन्हें सडक़ पर उतरना पड़ा है. अब उनकी मांगे पूरी नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. ड्राइवर महासंघ ने दावा किया है कि प्रदेशभर में यात्री बसों, और मालवाहक ट्रकों के करीब 50 से 60 हजार ड्राइवर संगठन से जुड़े हुए हैं और सभी ने एकजुट होकर इस हड़ताल का समर्थन किया है। इससे परिवहन और आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना है।


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