रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 सितंबर। संस्कृत के संरक्षण और संवर्धन के लिए छत्तीसगढ सरकार हर संभव प्रयास करेगी। साथ ही सरयूपारीण ब्राह्मण सभा के भवन को आवंटित भूमि के भूभाटक में छूट पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। उक्त बातें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कही।
सरयूपारीण ब्राह्मण सभा एवं संस्कृति भारती के द्वारा आयोजित विराट संस्कृत विद्वत सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने समाज के विशेष उपलब्धि प्राप्त करने पर तीन सदस्यों का सम्मान किया7 पांच भाषा छत्तीसगढ मराठी उडिया हिन्दी व अंग्रेजी के ज्ञाता छत्तीसगढ की प्रथम महिला चिकित्सक एम डी रिमेटोलाजिस्ट डा. अश्लेषा शुक्ला दुबे का सम्मान कर बधाई देते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ के गठिया वात संधि रोग के मरीजों को लाभ प्राप्त होगा।
इस अवसर पर नैक द्वारा रविवि को एक प्लस रैंक मिलने पर प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला को बधाई दी। तीसरे क्रम मे अंकित द्विवेदी (11) को तैराकी मे 7 गोल्ड मेडल हासिल करने पर सम्मानित किया। इस अवसर पर दंडी स्वामी डॉ इंदू भवानन्द महराज ने कहा किआदि भाषा संस्कृत वर्तमान में पिछडते जा रही है।इसका संरक्षण आवश्यक है। कार्यक्रम मे राम महादेव राष्ट्रीय मंत्री संस्कृत भारती, सतेन्द्र सिंह सेंगर पूर्व कुलपति कृषि विश्वविद्यालय डॉ दादू भाई त्रिपाठी ने भी संस्कृत भाषा की आवश्यकता पर जोर देने की बात कही! समाज के अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला ने उपस्थित विप्र जनो का आभार व्यक्त किया!
कार्यक्रम का उद्घाटन राजेश्री महंत रामसुंदर दास ने गोस्वामी तुलसीदास जी की पूजा के साथ किय। द्वितीय सत्र मे उपस्थित डॉ रमन सिंह अध्यक्ष विधानसभा ने कहा संस्कृत भाषा के संरक्षण एवं विकास के लिए उनसे जो हो सकेगा प्रयास करेंगे!कार्यक्रम में राजेंद्र शर्मा राजेश त्रिपाठी प्रमोद शर्मा मित्रेश दुबे अभय तिवारी प्रवीण चौबे संगमलाल त्रिपाठी उमाकांत तिवारी आर एल द्विवेदी कैलाश तिवारी बैजनाथ मिश्रा चंद्रशेखर द्विवेदी संजय मिश्रा नागेंद्र तिवारी शिवम त्रिपाठी शुभम मिश्रा अंकुश शुक्ला राजेंद्र मिश्रा अमित द्विवेदी रामह्रदय तिवारी, राममूरत तिवारी सभी उपस्थित रहे।