रायपुर

महाराजा अग्रसेन की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने सौंपा ज्ञापन
रायपुर, 29 जुलाई। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन छत्तीसगढ़ इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को ज्ञापन सौंपते हुए राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड के पाठयक्रम में महाराजा अग्रसेन के जीवन एवं सिद्धांतों को शामिल करने की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गर्ग के नेतृत्व में सोंपे गए अनुरोध पत्र के माध्यम से बताया गया है कि महाराजा अग्रसेन महाभारत कालीन सूर्यवंशी थे, जिन्होंने हरियाणा के अग्रोहा से शासन करते हुए मानव समाज में अहिंसा, आर्थिक समानता और जनतंत्र की आधारशिला रखी।
समाजवाद के प्रणेता महाराजा अग्रसेन द्वारा शुरू की गई एक ईंट और एक मुद्रा की परंपरा आज भी समाज सेवा और समानता की मिसाल है। भारत सरकार ने भी महाराजा अग्रसेन द्वारा समाज उत्थान के लिए किए गए अनुकरणीय और ऐतिहासिक योगदान तथा उनकी सशक्त राष्ट्र प्रेम की भूमिका को मान्यता देते हुए महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा हिसार हरियाणा महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय बड्डी हिमाचल प्रदेश महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा हरियाणा सहित कई राष्ट्रीय राजमार्ग, जलपोत, डाक टिकट का नामकरण उनके नाम पर किया है इसके साथ-साथ कई राज्यों ने महाराजा अग्रसेन के नाम पर छात्रवृत्ति एवं अग्रसेन जयंती पर सार्वजनिक अवकाश भी घोषित कर रखा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को सौंपे गए ज्ञापन में महाराजा अग्रसेन के द्वारा समाजिक कुरीतियों को दूर करने समाज हित में किए गए विभिन्न प्रयासों का उल्लेख किया गया है।
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की ओर से ज्ञापन सौंपने गए प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रुप से राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल गोयल, प्रांतीय अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ईश्वर प्रसाद अग्रवाल, प्रांतीय महामंत्री मुरली धर अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल, सतपाल जैन, रमन अग्रवाल, राम गर्ग सहित कई अग्रबन्धु शामिल रहे।