रायपुर

डाकघरों में रजिस्ट्री बंद, महंगे स्पीड पोस्ट से ही पार्सल भेज सकेंगेे
29-Jul-2025 6:34 PM
डाकघरों में रजिस्ट्री बंद, महंगे स्पीड पोस्ट से ही पार्सल भेज सकेंगेे

रक्षाबंधन: भाईयों के लिए राखी भेजने मुख्य डाकघर में बहनों की लंबी कतार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 29 जुलाई। भारतीय डाक विभाग 50 वर्षों से अधिक समय से चली आ रही अपनी एक नागरिक सेवा को बंद करने का फैसला किया है। डाक विभाग देश के भीतर 1 सितंबर से डाक पार्सल की रजिस्ट्री बुकिंग सेवा बंद कर रहा है। इस सस्ती सेवा  के बदले अब नागरिक महंगी स्पीड पोस्ट से अपने सामान वस्तुएं भेज सकेंगे।

मिली जानकारी के अनुसार  डाक विभाग ने अपनी कई दशकों पुरानी विश्वसनीय  रजिस्ट्री सेवा को स्पीड पोस्ट सर्विस में समायोजित (मर्ज) कर दिया है।  विभाग के उप महानिदेशक (मेल) दुष्यंत मुदगिल ने देश भर के पोस्ट मास्टर को पत्र भेजकर कहा कि यह मर्जर 1 सितंबर से लागू किया जा रहा है।

डाक घरों  में अब केवल स्पीड पोस्ट की ही बुकिंग होगी। नो प्राफिट नो लास के ध्येय के साथ नागरिकों को सेवा सुविधा देने वाला डाक विभाग अब व्यवसाय के नजरिए से पुरानी सेवाओं को बंद कर महंगी सेवाएं शुरू कर रहा है। इसी सिलसिले में ही रजिस्ट्री बुकिंग बंद कर रहा है।

विभाग का दावा है कि इस पहल का उद्देश्य मेल सेवाओं को सुव्यवस्थित करना, परिचालन दक्षता को बढ़ाना, ट्रैकिंग तंत्र में सुधार करना, तथा एकीकृत ढांचे के तहत समान सेवाओं को समेकित करके ग्राहकों को अधिक सुविधा प्रदान करना है। इस संशोधित परिचालन ढांचे के साथ संरेखण सुनिश्चित करने पंजीकृत डाक के संदर्भों को स्पीड पोस्ट  प्रतिस्थापित किया  जा रहा है।

यहां बता दें कि अब तक नागरिकों को 20 ग्राम के न्यूनतम वजनी सामान को भेजने के लिए मात्र 26-27 रूपए खर्च कर पड़ते थे। लेकिन अब स्पीड पोस्ट बुकिंग पर विभाग  75 फीसदी अधिक 41 रू देने होंगे। इसी अनुपात में अधिकतम 35 किलो के पार्सल बुकिंग पर दूरी के अनुसार हजारों रुपए वसूलेगा। इससे विभाग को रोजाना करोड़ों रुपए की आय होगी। अकेले रायपुर में ही औसतन 10 हजार से अधिक की स्पीड पोस्ट बुकिंग की जाती है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब तक रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट दोनों ही सेवा संचालित करने में बुकिंग से लेकर सुपुर्दगी तक डबल मैनपावर इस्तेमाल हो रहा था। अब इस समायोजन से इसमें कमी आएगी।

स्पीड पोस्ट की लेट लतीफ डिलीवरी को लेकर कई वाकए सामने आ चुके हैं। इसमें परीक्षा की तिथि बीत जाने के बाद प्रवेश का मिलना, रक्षाबंधन त्यौहार के 15 दिनों बाद राखी मिलना और  नौकरियों के लिए आवेदन की तिथि पूरी होने के बाद आवेदन पहुंचने के उदाहरण आम रहे हैं। स्पीड पोस्ट में पावती (एक्नालेजमेंट) की सुविधा न होने से भी विभाग डिलीवरी में ढिलाई और लापरवाही बरतता रहा है। जबकि रजिस्ट्री में पावती की अनिवार्यता उसे विश्वसनीय और डिलीवरी का भरोसा दिलाता है।

एक और डाक कर्मी ने पदोन्नति ठुकराई

दूसरी ओर एक और डाक कर्मचारी ने पोस्ट मास्टर ग्रेड की पदोन्नति को डिक्लाइन कर दिया है।  डब्ल्यू आर एस डाकघर के पीए राजू गजेंद्र ने एल?एसजी पीए की पदोन्नति न लेने का फैसला किया है। इससे पहले 4  जुलाई को पदोन्नत डेढ़ दर्जन पीए में से 14 लोगों ने 22 जुलाई को  प्रमोशन डिक्लाइन कर चुके हैं। इस बीच एल?एसजी पदोन्नत कर सड्डू उप डाकघर भेजे गए आशुतोष सिंह का मुख्य डाकघर तबादला किया गया। सिंह, इसके लिए प्रयासरत थे। इसके साथ ही सड्डू उप डाकघर को डाउन ग्रेड भी किया गया है।

 


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