रायपुर

हमारे अंदर की शक्ति केवल अपना स्वार्थ पूरा करने में लगाते है: साध्वी
22-Jul-2025 7:06 PM
 हमारे अंदर की शक्ति केवल अपना स्वार्थ पूरा करने में लगाते है: साध्वी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 22 जुलाई। दादाबाड़ी में जारी आत्मोत्थान चातुर्मास के प्रवचन श्रृंखला में मंगलवार को साध्वी हंसकीर्ति ने व्यक्ति की त्याग शक्ति को जागृत किया। उन्होंने  कहा कि संसार में त्याग करने की शक्ति हर किसी में नहीं होती। बहुत से लोग अपनी पूरी शक्ति को केवल स्वार्थ सिद्धि में लगा देते हैं, लेकिन जब बात धर्म या आत्मिक उन्नति की आती है, तो हम उसमें भी कोई न कोई स्वार्थ खोजने लगते हैं। हमारे भीतर बहुत कुछ कर जाने की क्षमता है, पर दुर्भाग्यवश, हमारे पास कोई स्पष्ट और उच्च उद्देश्य नहीं होता। जब कोई स्वार्थ या भय सामने आता है, तब हम अपनी सारी शक्ति लगा देते हैं। यही शक्ति अगर धर्म और आत्मा की उन्नति में लगाई जाए, तो जीवन का उद्देश्य पूर्ण हो सकता है।

साध्वीजी ने  एक कथा के माध्यम से समझाती हैं कि हमारे अंदर धर्म और आत्मा की दिशा में चलने की पूरी शक्ति है, लेकिन हमें अभी तक संसार की यात्रा और इसके बंधनों का भय नहीं लगा है। जिस दिन यह भय भीतर से जाग जाएगा- कि यह संसार केवल मोह और माया का चक्र है, और इससे निकलना ही वास्तविक उद्देश्य है- उस दिन हम एक पल भी इसमें रुकना पसंद नहीं करेंगे। उस दिन हम आत्मा की समृद्धि की ओर चल पड़ेंगे, संकल्प के साथ, बिना रुके। और यही सच्चा धर्म है- जो आत्मा को मुक्त करे, उसे परम लक्ष्य की ओर ले जाए।

श्री ऋ षभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय कुमार भंसाली,  चातुर्मास समिति के अध्यक्ष अमित मुणोत ने बताया कि प्रवचन में दादाबाड़ी में सुबह 8.45 से 9.45 बजे तक होता है।


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