रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जुलाई। छत्तीसगढ़ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम दिलाने का झांसा देकर 15 करोड़ की ठगी करने के आरोपी केके श्रीवास्तव की मदद करने के आरोप में तेलीबांधा पुलिस ने मंगलवार वार को युवा कांग्रेस नेता आशीष शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि आशीष ने केके श्रीवास्तव को फरार कराने में न केवल मदद की, बल्कि उसे अपनी गाड़ी में लगातार शहर भर में घुमाता रहा। यह भी खबर है कि स्मार्ट सिटी के लिए श्रीवास्तव को एजेंसी की मध्यस्थता भी इसी ने की थी।
आशीष स्वयं पिछले साल भर से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ पंडरी मोवा थाने में खान परिवार की जमीन कब्जा करने का अपराध दर्ज किया गया था। आशीष, रायपुर के एक पूर्व विधायक का भी करीबी रहा है। इसके उपर पंडरी जिला अस्पताल परिसर में दो वर्ष पूर्व भेंट मुलाकात कार्यक्रम में बलवा करने का भी मामला दर्ज किया गया था। पुलिस उससे तेलीबांधा थाने में पूछताछ कर रही है और कोर्ट में पेश कर सकती है।
गौरतलब है कि खुद को तांत्रिक बताने वाले केके श्रीवास्तव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी बताया गया है। केके श्रीवास्तव पर 300 करोड़ रुपये की ठगी, तांत्रिक गतिविधियों की आड़ में धोखाधड़ी, और म्यूल बैंक खातों के जरिये हवाला कारोबार जैसे गंभीर आरोप हैं।
पुलिस रिमांड में कई खुलासे
पुलिस रिमांड के दौरान केके ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने माना कि वह नकद रूप में बड़ी रकम कई नेताओं तक पहुंचाता था। हालांकि पुलिस को इस दावे के कोई दस्तावेजी प्रमाण नहीं मिले हैं। इसके अलावा वह लगातार पूछताछ को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था।