रायपुर

इरपागुट्टा नक्सल मुठभेड़, आप ने न्यायिक जांच मांगी
02-Jul-2025 6:14 PM
इरपागुट्टा नक्सल मुठभेड़, आप ने न्यायिक जांच मांगी

मृतक नक्सली नहीं था-प्रियंका

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 2 जुलाई। आम आदमी पार्टी ने बीजापुर के इरपागुट्टा गांव में नक्सल मुठभेड़ में मारे गए महेश कुडिय़ाम के गांव जाकर मामले की जांच की, और परिजनों से मुलाकात की। पार्टी ने कहा कि महेश कुडिय़ाम की मौत एक फर्जी मुठभेड़ है, वह माओवादी नहीं था। जांच टीम की अध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग की है।

आप ने बीजापुर के इरपागुट्टा में महेश कुडिय़ाम की मौत के मामले की जांच के लिए पार्टी की नेत्री अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला की अगुवाई में एक टीम बनाई थी। जांच टीम ने इरपागुट्टा गांव जाकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली। जांच टीम ने महेश कुडिय़ाम के परिजनों से भी मुलाकात की।

पार्टी की जांच रिपोर्ट में यह बताया गया कि महेश कश्यप नक्सली नहीं था। वो आम जीवन जीने वाला किसान था, और वर्ष-2023 से स्कूल में रसोइए का काम कर रहा था। जांच टीम ने महेश, और उनकी पत्नी के समस्त दस्तावेजों की पड़ताल की है। जांच टीम ने कहा कि उसके खाते में हर माह वेतन भी आया था। ऐसे में उसे एक लाख का ईनामी नक्सली बताया जाना, समझ से परे है।

पार्टी ने मांग की है कि सरकार को चाहिए कि मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करे, क्योंकि वो जिला है जहां सारकेगुड़ा, और एड़समेटा गांव में फर्जी एनकाउंटर हुआ था। पार्टी ने कहा कि मामले की न्यायिक जांच आयोग के गठन की मांग की है, और पीडि़त परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने पर जोर दिया है।

पार्टी ने महेश के समस्त बच्चों की पढ़ाई, और परवरिश की जिम्मेदारी लेने, और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। यह भी कहा है कि रायगढ़ से लेकर बस्तर तक आदिवासी ही केन्द्र में है। उनकी जमीन से उझाड़े जाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ठीक वैसे ही बस्तर में भी आदिवासी को बसाने की बात छोडक़र, अडानी को बेचा जा रहा है, इस पर रोक लगनी चाहिए।


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